बिहार के किशनगंज जिले में मंदिरों में चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। कई वर्ष से चोर मंदिरों में हाथ साफ कर रहे हैं, लेकिन अब तक किसी भी चोर को सजा नहीं हुई है।
—संजीव कुमार
किशनगंज बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ बिहार का एकमात्र मुस्लिम—बहुल जिला है। यहां हिंदू चौतरफा मार्ग झेल रहे हैं। अपने ही जिले में पलायन को विवश हिंदुओं के श्रद्धा केंद्रों पर आघात किए जा रहे हैं। हिंदुओं के मंदिर जलाए जा रहे हैं। देव प्रतिमाओं को खंडित किया जा रहा है और मंदिरों से चोरी की घटनाएं भी लगातार हो रही हैं। और सबसे आश्चर्य की बात यह है कि अधिकांश घटनाओं में पुलिस कार्रवाई अभियुक्तों तक नहीं होती।
4 जनवरी की रात में किशनगंज के सदर थाना क्षेत्र स्थित दुर्गा मंदिर से जेवरातों की चोरी हो गई। मंदिर के पुजारी जगरनाथ झा के अनुसार 4 जनवरी की रात 1:00 बजे से सुबह 4:00 बजे के बीच चोरों ने घटना को अंजाम दिया। दोनों दरवाजों के ताले काटकर चोरी की घटना की गई। मंदिर में संगमरमर की स्थाई माता रानी की प्रतिमा के मुकुट एवं अन्य कई प्रकार के छोटे—बड़े गहने चोरी हो गए। यह मंदिर जिला पुलिस अधीक्षक के आवास के समीप ही स्थित है।
किशनगंज की यह कोई पहली घटना नहीं है। गत वर्ष मंदिरों में चोरी की कई घटनाएं घटीं। 1 जून, 2024 को किशनगंज नगर में स्थित जैन मंदिर में चोरों ने मूर्ति के साथ नगदी की भी चोरी कर ली। 24 जुलाई, 2024 को खगड़ा पासवान टोला स्थित काली मंदिर में चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। इसी प्रकार 17 अक्टूबर, 2024 को दिघलबैंक स्थित प्राचीन काली मंदिर से चोरों ने शिवलिंग सहित पूजा की कई चीजों की चोरी कर ली थी। आश्चर्य की बात यह थी कि यह मंदिर दिघलबैंक थाना परिसर में ही स्थित है।
2023 में भी इसी प्रकार की कई घटनाएं घटी थीं। 14 जुलाई, 2023 को शहर के धरमगंज रेल गुमटी के समीप राधा कृष्ण मंदिर में भी चोरी हुई थी। चोर रेलवे लाइन की तरफ से सीढ़ी के ऊपर चढ़े और उसके बाद राधा कृष्ण मंदिर के अंदर जाने वाले स्टील गेट की छिटकनी को अंदर से काट दिया। चोर कई कस्तुएं ले गए। 26 सितंबर, 2023 को ठाकुरगंज के कोलकाता फार्म स्थित काली मंदिर में चोर घुसे और माता के मंदिर में चढ़ाए गए लाखों के आभूषण चुरा ले गए थे।
किशनगंज के हालात तो यहां तक बिगड़े हुए हैं कि वहां मंदिरों को जला दिया जाता है। 12 मार्च, 2023 की सुबह में किशनगंज में दो मंदिरों में आग लगा दी गई थी। यह घटना मस्तान चौक की थी। इसके पहले 23 जुलाई, 2022 को शहर के लहरा चौक स्थित मां काली की प्रतिमा तोड़ी गई थी।
विश्व हिन्दू परिषद् ने घटना को अत्यंत चिन्ताजनक बताया है। विहिप के जिला मंत्री संजय सिंह बताते हैं कि जिले में इस प्रकार की घटनाओं के पीछे प्रशासन की लापरवाही भी है। आज तक किसी भी घटना में चोरों को सज़ा नहीं हुई। पुलिस वैज्ञानिक तरीके से जांच की बात तो करती है लेकिन चोरों तक उसके हाथ नहीं पहुंच पाते।
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