दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आखिरकार बिगुल बज गया है। आज केंद्रीय चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने केंद्र शासित प्रदेश की 70 सीटों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेस करके शायराना अंदाज में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। सीईसी ने कहा दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होगी और इसके नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि विधानसभा चुनावों के लिए अधिसूचना 10 जनवरी को जारी की जाएगी।
ईवीएम को कोसने वालों को भी दिया जबाव
‘कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं, मेरी वफा का उनको ऐतबार तो है शिकायत भले ही उनकी मजबूरी हो, मगर सुनना, सहना और सुलझाना हमारी आदत है’, शायराना अंदाज में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनावी हार औऱ जीत के बाद ईवीएम को कोसने वालों को भी जबाव दिया। उन्होंने कहा कि जब भी वोटिंग होती है तो उससे 7-8 दिन पहले ईवीएम को तैयार किया जाता है। एजेंट के सामने ही उसमें चुनाव चिन्ह डाले जाते हैं। इसके बाद एजेंट के सामने ही उसे सील किया जाता है।
सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बात को अब मान लिया है कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता है। सीईसी ने दावा किया कि ईवीएम अपने आप में फुलप्रूफ डिवाइस है, जिसे हैक नहीं किया जा सकता। मतदान संपन्न होने के बाद तुरंत ही इसे सील कर दिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि चुनाव की तारीखों का ऐलान करने से पहले चुनाव आयोग ने ये भी स्पष्ट किया था कि 2024 के चुनावों के बाद लोगों ने कुछ शंकाएं और संदेह व्यक्त किए थे मतदाता सूचियों को लेकर। ये संदेह दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी चल रहे हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि कुछ समूहों को टार्गेट किया जा रहा है और वोटर्स के नामों को लिस्ट से बाहर किया जा रहा है। मैं उन्हें स्पष्ट करना चाहता हूं कि ये संभव नहीं है।
सीईसी ने कहा कि देश का मतदाता जागरूक है। वोटर लिस्ट को लेकर कहानियां न बनाएं। ऐसे कुल 70 चरण हैं जिनमें राजनीतिक पार्टियां और उनके उम्मीदवार हमारे साथ रहते हैं। सभी दावों और आपत्तियों को उम्मीदवारों के साथ साझा किया जाता है।
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