ऐसा प्रतीत होता है कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा कुछ दिनों पहले ईरान में महिलाओं पर किए जा रहे अत्याचार, हिजाब की सख्ती और महिलाओं की स्वतंत्रता को लेकर दिया गया बयान अब देश के बाहर भी दिख रहा है। इसकी एक बानगी सीरिया में बशर अल असद की सरकार गिरने के बाद दिखी है। जहां, दमिश्क में ईरानी दूतावास के बाहर ‘फ्री ईरान’ और ‘महिला, जीवन, स्वतंत्रता’ के नारे दीवारों पर लिख दिए गए।
सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं, जिनमें दावा किया गया है कि दमिश्वक स्थित ईरान के दूतावास के बाहर की दीवार और उसके गेट पर ये नारे लिखे गए हैं। एक्स पर इस पोस्ट को इब्राहिम अल आसिल नाम के व्यक्ति ने शेयर किया है। 4 जनवरी यानि कि शनिवार को शेयर किए गए इस पोस्ट के साथ लिखा है, “इस सुबह दमिश्क में ईरानी दूतावास का हाल।”
गौरतलब है कि पिछले माह की सीरिया में बशर अल असद की सरकार का अंत हो गया था। ईरान और रूस समर्थित बशर अल असद को सत्ता छोड़कर हेलिकॉप्टर से देश छोड़कर भागना पड़ा था। अहम बात ये है कि 7 अक्तूबर 2023 को इजरायल पर हमास आतंकियों के हमले के बाद से सीरिया से भी रह रहकर इजरायल पर हमले किए जा रहे थे। बशर अल असद की सरकार को ईरान का समर्थन प्राप्त था। ईरान असद सरकार को तमाम तरह के हथियार देकर उसे इजरायल के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा था।
लेकिन, अमेरिका समर्थित विद्रोहियों ने आखिरकार बशर अल असद नाम के किले को ढहा दिया। इसके बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बीते दिनों ईरान की महिलाओं और युवाओं को संबोधित करते हुए एक वीडियो में कहा था कि यही वक्त है, जब ईरान के पीड़ित और सताए हुए लोगों और हिजाब और इस्लामी कट्टरपंथ का विरोध कर रही महिलाओं को सड़कों पर उतरने की आवश्यकता है। नेतन्याहू ने दावा किया था कि ईरान ने अपने सहयोगी देशों की मदद के लिए अरबों डॉलर खर्च कर दिए, जिनका इस्तेमाल ईरानी लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में किया जा सकता था।
यहीं नहीं नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी दी थी कि अगर वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो जल्द ही उसका हाल भी सीरिया के जैसा ही होने वाला है।
टिप्पणियाँ