‘कट्टरपंथी मुस्लिमों के जाल में फंसकर इस्लाम मजहब अपना लिया था।’ ये कहना है महदी अली उर्फ अनुज प्रताप सिंह का। जिन्हें कुछ वक्त पहले कट्टरपंथियों ने बरगलाकर मुसलमान बना दिया था और तब से वे इस्लामिक तौर तरीके से ही अपना जीवन यापन कर रहे थे। लेकिन, इस्लाम के अंदर फैली कुरीतियों को देखने के बाद महदी अली ने एक बार फिर से सनातन धर्म में घर वापसी करने का फैसला किया है।
मूलत: भगवान की राम की नगरी अयोध्या के कौशाम्बी के रहने वाले अनुज प्रताप सिंह, जो कि इस्लाम मजहब अपनाने के बाद महदी अली बन गए थे। उन्होंने इस्लाम के असली चेहरे के बारे में बात करते हुए कहा कि जब मैं मुसलमान बना तो उसमें व्यापत कुरीतियों राष्ट्र के प्रति सम्मान, हिन्दुओं और सनातन धर्म के प्रति इस्लामवादियों की कुत्सित मानसिकता से मैं बहुत ही आहत हुआ हूं। इसीलिए मैंने सनातन धर्म अपनाने का फैसला किया है।
महदी अली ने बकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने साथ किए गए छल के बारे में बताया। महदी अली ने बताया कि 2010 में वो कुछ जिहादी मानसिकता से सने लोगों के संपर्क में आय़ा। उन लोगों ने मेरा ब्रेन वॉश करके मुझे इस्लाम के प्रति प्रभावित किया। इसके 6 साल बाद 2016 में मुझे आधिकारिक तौर पर धर्मान्तरण करके मुसलमान बना दिया गया। महदी अली का कहना है कि 2017 में मुझे अपनी गलती का अहसास हुआ कि मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है, क्योंकि सनातन धर्म से बढ़कर विश्व में दूसरा कोई धर्म नहीं है।
इस बीच अब महदी अली का कहना है कि उनके इस्लाम छोड़कर घर वापसी करने की खबर के बाद से कुछ मुस्लिम कट्टरपंथी मेरी हत्या करना चाहते हैं। मैं खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा हूं। इसी को ध्यान में रखते हुए महदी अली ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
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