उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 24 नवंबर को हुई हिंसा को लेकर पुलिस की कार्रवाई जारी है। घटना के एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद कई आरोपी अभी भी फरार हैं। हाल ही में पुलिस ने दिल्ली के बाटला हाउस से एक आरोपी अदनान को गिरफ्तार किया था। अब एक और आरोपी शाजिब उर्फ शाहबाज उर्फ टिल्लन को गिरफ्तार किया गया है, जो कोर्ट में सरेंडर करने के लिए संभल आया था।
कैसे पकड़ा गया शाजिब?
गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली कि शाजिब कोर्ट में पेश होने के लिए दिल्ली से संभल आया है। नखासा थाना पुलिस ने उसे मोहल्ला हिंदूपुरा खेड़ा और नखासा चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के पास से एक पिस्तौल भी बरामद की, जिसे हिंसा के दौरान फायरिंग के लिए इस्तेमाल किया गया था।
शाजिब ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के विरोध में उसने पुलिस पर फायरिंग की थी। इस दौरान, उसके साथियों ने नखासा चौराहे पर पुलिस की बाइकों को आग के हवाले कर दिया था। घटना के बाद शाजिब दिल्ली भाग गया और अदनान की गिरफ्तारी के बाद उसने कोर्ट में सरेंडर करने का फैसला किया। लेकिन अदालत में पेश होने से पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया।
दिल्ली में छिपने का नेटवर्क
शाजिब ने बताया कि वह हिंसा के बाद दिल्ली में छिपा हुआ था। इससे पहले पुलिस ने इसी मामले में दीपासराय निवासी अदनान को दिल्ली के बाटला हाउस से गिरफ्तार किया था। अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दिल्ली में शाजिब और उसके साथियों को कौन संरक्षण दे रहा था। संभल हिंसा के बाद आरोपियों के दिल्ली में छिपने से कई सवाल उठ रहे हैं। शाजिब और अदनान जैसे आरोपियों को दिल्ली में रहने और छिपने में किसने मदद की? अभी भी कई आरोपी फरार हैं।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब शाजिब से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हिंसा में शामिल अन्य आरोपी कहां छिपे हैं। साथ ही, यह भी पता लगाया जा रहा है कि इन आरोपियों को फंडिंग और संरक्षण कौन दे रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि इन जानकारियों से हिंसा में शामिल सभी दोषियों को पकड़ने में मदद मिलेगी।
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