बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार में हिन्दू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार लगातार जारी है। आंग्ल नव वर्ष की पहली तारीख पर ही मुस्लिम कट्टरपंथियों ने एक और हिन्दू मंदिर को ध्वस्त कर दिया। लेकिन, इसमें अब कोई हैरानी वाली बात नहीं लगती कि पुलिस प्रशासन ने इस मामले में पीड़ितों की सुध तक नहीं ली। ताजा मामला मौलवीबाजार जिले का बताया जा रहा है, जहां पर 1 जनवरी को कट्टरपंथियों ने एक हिन्दू मंदिर में घुसकर मूर्तियों को तोड़ दिया और वहां रखे सामानों को लूट लिया।
एक्स हैंडल हिन्दू वॉयस की रिपोर्ट के अनुसार, ये वारदात मौलवी बाजार जिले के अंतर्गत आने वाले बोरोलेखा उपजिला में स्थित श्री श्री गौरंग महाप्रभु सेवा आश्रम मंदिर की है। बताया जाता है कि ये 1 जनवरी की 2025 की सुबह मुस्लिम कट्टरपंथियों ने मंदिर में हमला कर दिया। मंदिर और मूर्तियों को तोड़ दिया गया। बाकी सारी चीजों को लूट लिया गया।
इससे पहले भी कई मंदिरों पर कर चुके हैं हमला
उल्लेखनीय हैं बांग्लादेश के हिन्दू मंदिरों पर हमले की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले पिछले माह ही 7 दिसंबर को ढाका स्थित इस्कॉन मंदिर पर मुस्लिम कट्टरपंथियों हमला करके मंदिर पर आग लगा दी। इससे भगवान श्रीकृष्ण और लक्ष्मीनारायण की मूर्तियां जलकर खाक हो गई थीं। इसी तरह 4 दिसंबर को भी सुनामगंज जिले में एक हिन्दू मंदिर पर कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया और फिर सड़कों पर खुलेआम हिन्दुओं के घरों में आग लगा दी। 29 नवंबर को भी छत्रग्राम जिले के बसुदेव मुकुंठा मंदिर पर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हमले कर दिए थे। हालांकि, हिन्दुओं के आगे आने के बाद वे वहां से फरार हो गए।
इससे ठीक एक दिन पहले चटगांव के फिरंगीबाजार स्थित लोकनाथ मंदिर पर भी कट्टरपंथियों की भीड़ ने हमला कर दिया। मुस्लिम कट्टरपंथियों खुलेआम लाठी-डंडे, तलवार लेकर मंदिर पर हमले करते देखे देखे। इस दौरान मजहबी नारेबाजी की जा रही थी।
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