उत्तर प्रदेश के बरेली से मुस्लिमों के अतिक्रमण का मामला प्रकाश में आया, जहां मत्स्य पालन के लिए लीज पर दिए गए तालाब को मुस्लिम अतिक्रमणकारियों ने पाट कर उस पर मस्जिद बना दी। समय रहते हिन्दू संगठनों की सक्रियता चलते एसडीएम ने एक्शन लिया तो फिर मस्जिद के हिस्से को गिराया गया।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि बरेली में तिलमास गांव है। गांव में ही सरकारी जमीन पर एक तालाब है। उसी से सटी एक मस्जिद भी। कुछ वक्त पहले शहला बेगम नाम की मुस्लिम महिला ने 10 साल की लीज पर सरकार ने तालाब को लिया। इसके बाद मस्जिद इंतेजामिया कमेटी के साथ मिलकर शेहला ने तालाब को पाटकर उस पर मस्जिद बनानी शुरू कर दी। ये सब देखने के बाद भी ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव अपनी आंखें मूंदे बैठा रहा।
लेकिन, तालाब की जमीन पर अतिक्रमण किए जाने की खबर पाते ही हिन्दू संगठनों ने एक्शन लिया और सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी प्रशासन को दी। साथ ही प्रशासन को यथा स्थिति से रूबरू कराया। बाद में शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसडीएम तृप्ति गुप्ता, सीओ अंजनी कुमार तिवारी भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। बाद में एसडीएम ने मुस्लिम अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी कि तालाब के बाकी हिस्से में पानी होने के कारण नाप कराना संभव नहीं है, लेकिन अगर आपने अतिक्रमण कर रखा है तो उसे तुरंत हटा लें। अन्यथा कड़ी कार्रवाई होगी।
खुद ही हटाना शुरू किया अतिक्रमण
एसडीएम की चेतावनी के बाद मुस्लिमों को डर का अहसास हुआ। इसके बाद अतिक्रमणकारियों ने कहा कि हमें नहीं पता था कि ये तालाब की जमीन है, इसलिए निर्माण बढ़ गया। बाद में सोमवार को मुस्लिमों ने 60 फीसदी अवैध निर्माण को हटा दिया गया। बाकी को आज हटा लिया जाएगा।
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