महाराष्ट्र के ठाणे जिले से अवैध रूप से रह रहे एक महिला समेत आठ बांग्लादेशियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सोमवार (23 दिसंबर) को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर शनिवार और रविवार को भिवंडी के काल्हेर और कोनगांव में छापेमारी कर अवैध रूप से रहने वाले आठों बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास भारत में रहने के लिए कोई वैध दस्तावेज नहीं थे। सभी के खिलाफ विदेशी नागरिक अधिनियम एवं भारतीय पासपोर्ट अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सिंतबर में आठ बांग्लादेशी महिलाएं हुई थीं गिरफ्तार
इससे पहले सितंबर 2024 में ठाणे जिले से पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में आठ बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया था। वे यहां अवैध तरीके से रह रही थीं। इनमें से सात महिलाओं को नवी मुंबई में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया था कि लोगों के घरों में घरेलू सहायिका का काम करने वाली ये महिलाएं अवैध रूप से भारत में घुस आईं थीं और वे इस गांव में किराए के मकान में बिना किसी दस्तावेज के रह रही थीं। इनके खिलाफ भी विदेशी नागरिक अधिनियम एवं भारतीय पासपोर्ट अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। दूसरी घटना में पुलिस ने जिले के अंबरनाथ इलाके से फर्जी दस्तावेज के आधार पर रह रही एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया था।
अगस्त में पांच बांग्लादेशी महिलाओं को किया था गिरफ्तार
वहीं, इसी साल अगस्त माह में ठाणे जिले से ही पांच बांग्लादेशी महिलाओं की गिरफ्तारी हुई थी। बताया जाता है कि ठाणे जिले के मीरा रोड के नयानगर और बेवर्ली पार्क इलाके में कुछ झुग्गी बस्ती हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां कुछ बांग्लादेशी नागरिक बिना पासपोर्ट और वीजा के रह रहे हैं, जिसके बाद जाल बिछाकर तीन महिलाओं को नयानगर और दो महिलाओं को बेवर्ली पार्क इलाके से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में महिलाओं ने बताया था कि वे मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली हैं और बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के भारत आ गई हैं। पुलिस ने इस संबंध में नयानगर पुलिस स्टेशन में तीन और बेवर्ली पार्क पुलिस स्टेशन में दो महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
दिल्ली में भी बांग्लादेशी घुसपैठियों की धरपकड़ तेज
महाराष्ट्र के अलावा दिल्ली में भी कई वर्षों से बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने घुसपैठियों की पहचान करने के लिए कार्रवाई तेज कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 9000 संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से 500 के बांग्लादेशी होने की आशंका है। पुलिस ने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) से उनके आधार कार्ड बनवाने के लिए जमा किए गए दस्तावेजों की जानकारी मांगी है। जांच में जिनके भी दस्तावेज फर्जी पाए जाएंगे, उनके आधार कार्ड रद्द करवा दिए जाएंगे और उन्हें बांग्लादेशी नागरिक मानकर हिरासत में ले लिया जाएगा।
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