अमृतसर । राज्य में नशा तस्करी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। दो पेशेवर अपराधियों को गिरफ्तार कर सीमा पार से संचालित नशा तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया। यह जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने रविवार को दी।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान सुखदेव सिंह (60), निवासी गांव तलवानी भरथ, बटाला और अवतार सिंह उर्फ तारी (45), निवासी गांव बघियाड़ी, जिला अमृतसर के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से 10 किलो हेरोइन बरामद की, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 70 करोड़ रुपये बताई जा रही है। उल्लेखनीय है कि ये दोनों अपराधी पहले भी 2015 में नशा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए थे।
वर्ष 2015 में सुखदेव सिंह और अवतार सिंह को दो पाकिस्तानी नागरिकों के साथ गिरफ्तार किया गया था। उस समय इनके पास से 2.5 किलो हेरोइन, 65 लाख रुपये की ड्रग मनी, एक पिस्तौल और एक राइफल बरामद की गई थी। जांच में यह भी पता चला था कि इन तस्करों ने 19.5 किलोग्राम हेरोइन की खेप सीमा पार से मंगवाई थी और पाकिस्तानी तस्करों को अपने घर में शरण दी थी।
सुखदेव सिंह पिछले वर्ष जेल से बाहर आया था और अवतार सिंह सितंबर महीने में जमानत पर रिहा हुआ था। डीजीपी ने बताया कि जेल से रिहा होने के बाद ये तस्कर पाकिस्तान स्थित तस्करों के संपर्क में फिर से आ गए थे।
ड्रोन के जरिए तस्करी
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन तस्करों ने पिछले कुछ महीनों में ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हेरोइन की तीन खेप प्राप्त की। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में और गहन जांच की जा रही है, ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान की जा सके।
गुप्त सूचना पर चला विशेष ऑपरेशन
पुलिस कमिश्नर (सीपी) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि विश्वसनीय सूत्रों से मिली गुप्त सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर अमोलकदीप सिंह के नेतृत्व में और डीसीपी (इन्वेस्टिगेशन) जगजीत सिंह वालिया, एडीसीपी (इन्वेस्टिगेशन) नवजोत सिंह, और एसीपी (डिटेक्टिव) कुलदीप सिंह की निगरानी में सीआईए स्टाफ-1 की टीम ने एक विशेष ऑपरेशन चलाया।
सूचना के आधार पर टीम ने गांव मूलेचक के सूआ पुल के पास आरोपियों को उस समय पकड़ा, जब वे अपनी टोयोटा इटिओस कार में हेरोइन की सप्लाई के लिए जा रहे थे। पुलिस ने कार को भी जब्त कर लिया है।
सीपी ने बताया कि ड्रग सप्लायरों, डीलरों और खरीदारों के नेटवर्क की पहचान के लिए जांच जारी है। साथ ही, आरोपियों द्वारा खरीदी गई और बेची गई नशीली सामग्री की कुल मात्रा का अनुमान लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
इन धाराओं में हुआ मामला दर्ज
इस संबंध में 22 दिसंबर 2024 को एनडीपीएस एक्ट की धाराओं 21(सी), 23 और 29 के तहत गेट हकीमां थाने, अमृतसर में मामला नंबर 223 दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई नशा तस्करी के खिलाफ पंजाब पुलिस की सख्त नीति का प्रमाण है। यह न केवल नशा तस्करी मॉड्यूल को ध्वस्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि सीमा पार से होने वाली इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
टिप्पणियाँ