महाराष्ट्र

महाराष्ट्र: वक्फ बोर्ड की मनमानी लगातार जारी, अब लातूर के 103 किसानों की 300 एकड़ जमीन पर ठोंका दावा, भेजा नोटिस

लातूर जिले के तालेगांव तालुका के किसानों के एक पूरे गांव की जमीनों को वक्फ बोर्ड ने अपनी जमीन करार दे दिया है। इतना ही नहीं इन किसानों की वक्फ बोर्ड ट्रिब्युनल में तीन तारीखें भी लग चुकी हैं।

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Kuldeep singh

वक्फ बोर्ड की मनमानियां लगातार जारी हैं, जिसके कारण लोग बहुत ही परेशान हैं। बावजूद इसके वह लगातार लोगों की जमीनों पर दावे करता ही जा रहा है। ताजा मामला महाराष्ट्र के लातूर जिले का है, जहां वक्फ बोर्ड ने 103 किसानों की 300 एकड़ जमीनों पर दावा ठोंक दिया है। इसके साथ ही वक्फ बोर्ड ने इन किसानों को नोटिस भेजकर इनसे जमीनों को खाली करने को कहा है।

क्या है पूरा मामला

मामला कुछ यूं है कि लातूर जिले के तालेगांव तालुका के किसानों के एक पूरे गांव की जमीनों को वक्फ बोर्ड ने अपनी जमीन करार दे दिया है। इतना ही नहीं इन किसानों की वक्फ बोर्ड ट्रिब्युनल में तीन तारीखें भी लग चुकी हैं। बताया जाता है कि इन किसानों को ये नोटिस पटेल सैयद इरफान नाम के शख्स ने भेजा है। उसका दावा है कि गांव की जमीनें वक्फ बोर्ड की हैं, जिनपर किसानों का अवैध कब्जा है।

वहीं किसानों ने दावा किया है कि बीते तीन पीढ़ियों से वो इसी जमीन पर रह रहे हैं। 1954,55 और 56 के दौरान उन्होंने ये जमीनें खरीदी थीं। किसानों के पास जमीनों के हर प्रकार के दस्तावेज भी हैं। एक किसान तुकाराम कामटे ने बताया कि नोटिस भेजकर वक्फ बोर्ड ने हमें जमीन खाली करने के लिए कहा है। इसको लेकर किसानों में बेहद आक्रोश है।

कब शुरू हुआ ये मामला

इस मामले की शुरुआत जून 2024 में उस वक्त हुई, जब एक दिन अचानक से 103 किसानों के पास वक्फ बोर्ड ट्रिब्युनल की ओर से नोटिस आता है। इसमें वक्फ बोर्ड उनकी जमीनों को अपना बताता है। इस नोटिस से परेशान किसानों ने पैसा इकट्ठा करके एक वकील नियुक्त किया। खबर सामने आने के बाद जब प्रशासन ने मामले की जांच की तो पता चला कि 20 हेक्टेयर जमीन दरगाह के नाम पर है, जबकि बाकी किसानों की है। किसानों ने कहा है कि चूंकि सारी जमीन उनके नाम पर है तो दरगाह या वक्फ बोर्ड का ये कैसे हो सकता है।

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