अमृतसर में 6-8 दिसंबर तक सहकार भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित हुआ। इसका औपचारिक उद्घाटन 7 दिसंबर को हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले और पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया का मार्गदर्शन मिला।
श्री दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि सहकारिता जीवन का आधार है। हमारे समाज की व्यवस्था ही सहकारिता के आधार पर है। किसान जमीन में फसल उगाता है। क्या वह यह कार्य अकेले कर सकता है? हमारे सारे ग्राम्य जीवन की व्यवस्था परस्पर सहकारिता के माध्यम से चलती है।
भारत में आर्थिक क्षेत्र में सहकारिता के लिए बहुत विचार हुए हैं, जो सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में शरीर और अर्थ के प्रति मोह नहीं होना चाहिए। दोनों में संतुलन होना अत्यंत आवश्यक है। समाज राष्ट्र की आधारभूत इकाई है, जो संस्कार के बिना सुदृढ़, सशक्त नहीं हो सकती। संस्कारित कुटुंब के कारण ही समाज सुदृढ़ होता है।
भारत आज आर्थिक क्षेत्र में अद्भुत प्रगति कर रहा है। भारत का समाज यहां की समस्या से पराक्रम करने के लिए तैयार है। समाज में आर्थिक विकास के साथ-साथ सामाजिक परिवर्तन भी होना चाहिए, तभी संस्कार के साथ सहकार और सहकार से उद्धार हो सकता है।
कार्यक्रम में उर्वरक के क्षेत्र में अनुसंधान एवं नवाचार हेतु विशिट योगदान के लिए इफ्को के प्रबंध निदेशक डॉ. उदयशंकर अवस्थी को ‘फर्टिलाइजर मैन आफ इंडिया’ के सम्मान से सम्मानित किया गया। अतिथियों ने कार्यकर्ता मार्गदर्शिका पत्रिका का लोकार्पण भी किया।
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