गुस्से में भारतीय हिंदू
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

गुस्से में भारतीय हिंदू

बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या और उनकी जमीन, मकान-दुकान पर कट्टरपंथियों के कब्जे के विरूद्ध भारत के हिंदू उद्वेलित हैं। दिल्ली, अमदाबाद, जयपुर, भोपाल, करीमगंज, अगरतला जैसे शहरों में हिंदुओं ने विरोध प्रदर्शन कर बांग्लादेश सरकार को चेतावनी दी

by पाञ्चजन्य ब्यूरो
Dec 9, 2024, 04:20 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
बांग्लादेशी हिंदुओं के दमन का विरोध करता जयपुर का हिंदू समाज

बांग्लादेशी हिंदुओं के दमन का विरोध करता जयपुर का हिंदू समाज

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गत 1 दिसंबर को करीमगंज (असम) में ‘सनातनी एक्य मंच’ ने एक आंदोलन हुआ। इसका नाम रखा गया- ‘चलो बांग्लादेश।’ यह आंदोलन करीमगंज कॉलेज परिसर से एक विशाल बाइक रैली के साथ शुरू हुआ। इसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। यह आंदोलन सुतारकांडी सीमा पर समाप्त हुआ।

इस आंदोलन को ‘सनातनी एक्य मंच’ के समन्वयक शांतनु नाइक, सिल्चर स्थित शंकर मठ और मिशन के प्रमुख आशित चक्रवर्ती, बलागिरि आश्रम के विज्ञानानंद महाराज और शिवब्रत साहा आदि ने संबोधित किया। करीमगंज कॉलेज परिसर से आंदोलनकारी बांग्लादेश की सीमा की ओर पैदल बढ़े, लेकिन बीएसएफ और असम पुलिस ने उन्हें सीमा से आधा किलोमीटर पहले ही रोक दिया।

आंदोलनकारियों का कहना था कि संत चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है इसलिए उन्हें तुरंत रिहा किया जाए। ‘सनातनी एक्य मंच’ ने बांग्लादेश सरकार से मांग की कि वह इन जघन्य कृत्यों को तुरंत रोके और हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे।

इसी प्रकार 3 दिसंबर को कोरबा में सनातन संस्कृति रक्षा मंच ने विरोध प्रदर्शन किया। सुभाष चौक पर धरना प्रदर्शन कर कोसाबाड़ी तक आक्रोश रैली निकाली गई। तत्पश्चात् जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम एक मांग पत्र सौंपा गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता साध्वी गिरिजेश नंदनी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या कर उनकी संपत्ति लूटी जा रही है, उन्हें सरकारी नौकरी से जबरन निकाला जा रहा है।

4 दिसंबर को अमदाबाद, भोपाल, जयपुर में भी लाखों हिंदुओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि यदि बांग्लादेश की सरकार हिंदुओं की रक्षा नहीं कर सकती तो भारत सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए, क्योंकि वहां के हिंदू भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रहे हैं।

बांग्लादेशी मरीजों का बहिष्कार

पश्चिम बंगाल में इलाज के लिए आने वाले बांग्लादेशियों का बहिष्कार होने लगा है। बहिष्कार करने वालों में सिलीगुड़ी के ई.एन.टी. विशेषज्ञ डॉ. शेखर बंद्योपाध्याय का नाम प्रमुख है। वे नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में ई.एन.टी. विभाग में विशेष चिकित्सा अधिकारी हैं।

उन्होंने अपने निजी क्लिनिक में तिरंगा लगाकर लिखा है, ‘‘भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारी मां के समान है। कृपया क्लिनिक में प्रवेश करने से पहले तिरंगे को सलाम करें। विशेषकर बांग्लादेशी रोगी। अगर वे तिरंगे को सलाम नहीं करते, तो उन्हें अंदर आने नहीं दिया जाएगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं जिस सरकारी अस्पताल में काम करता हूं, वहां इलाज से इनकार नहीं कर सकता, लेकिन निजी क्लिनिक में तिरंगा लगाया है। जो इसका सम्मान नहीं कर सकते, वे मुझसे इलाज की उम्मीद न करें।’’ डॉ. शेखर का यह भी कहना है कि एक चिकित्सक को किसी मरीज का इलाज करने से मना नहीं करना चाहिए, लेकिन भारत में आने वालों को भारत का सम्मान करना ही होगा। कुछ अन्य डॉक्टर भी डॉ. शेखर की इस पहल का अनुसरण करने लगे हैं।

29 नवंबर को कोलकाता के एक अस्पताल ने विरोध स्वरूप बांग्लादेशी मरीजों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। कोलकाता के प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. इंद्रनील साहा ने भी बांग्लादेशियों का विरोध किया है।

करीमगंज में बांग्लादेश के विरोध में सड़कों पर उतरे हिंदू

28 नवंबर की रात डॉ. साहा ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें बांग्लादेश में भारतीय झंडे का अपमान दिखाया गया था। डॉ. साहा ने कहा, ‘‘ढाका में बीयूईटी यूनिवर्सिटी के प्रवेश द्वार पर जमीन पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज बनाया गया है! मैं फिलहाल चैंबर में बांग्लादेशी मरीजों को देखना बंद कर रहा हूं। देश पहले, आय बाद में। मुझे उम्मीद है कि रिश्ते सामान्य होने तक दूसरे डॉक्टर भी ऐसा ही करेंगे।’’

ऐसे ही मालदा में वहां के होटल मालिकों ने बांग्लादेशियों को कमरे देने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि भारत का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

संत चिन्मय को नहीं मिला वकील

इन दिनों इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश की एक जेल में हैं। अंतरिम सरकार ने उन पर कई तरह के फर्जी आरोप लगाए हैं। उन्होंने न्यायालय में जमानत की अर्जी लगाई थी, जिस पर 3 दिसंबर को सुनवाई होनी थी। लेकिन उनके वकील के साथ कट्टरपंथियों ने मारपीट की और उन्हें अदालत नहीं पहुंचने दिया।

इसलिए उनकी अर्जी पर कोई सुनवाई ही नहीं हुई। अब जिहादी तत्वों के डर से कोई भी वकील उनका मुकदमा नहीं लड़ना चाहता। इस कारण न्यायालय ने अगली सुनवाई के लिए 2 जनवरी, 2025 की तारीख तय की है।

चिन्मय कृष्ण दास को नवंबर में उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब वे चटगांव में आयोजित एक रैली में भाग लेने जा रहे थे।

Topics: पाञ्चजन्य विशेषबांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहारचलो बांग्लादेशसंत चिन्मय प्रभुहिंदू समुदाय की सुरक्षासनातन संस्कृति रक्षा मंचChalo BangladeshSant Chinmay PrabhuProtection of Hindu communitySanatan Sanskriti Raksha ManchKilling of Hindus in Bangladesh
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस: छात्र निर्माण से राष्ट्र निर्माण का ध्येय यात्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

India democracy dtrong Pew research

राहुल, खरगे जैसे तमाम नेताओं को जवाब है ये ‘प्‍यू’ का शोध, भारत में मजबूत है “लोकतंत्र”

कृषि कार्य में ड्रोन का इस्तेमाल करता एक किसान

समर्थ किसान, सशक्त देश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

रात में भूलकर भी न खाएं ये 5 चीजें, हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

Earthqake in Delhi-NCR

दिल्ली-एनसीआर में 4.4 तीव्रता का भूकंप, झज्जर रहा केंद्र; कोई हताहत नहीं

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

kanwar yatra delhi

कांवड़ यात्रा 2025: मीट-मछली की दुकानें बंद, आर्थिक मदद भी, दिल्ली में UP वाला एक्शन

Punjab Khalistan police

पंजाब: पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह गिरफ्तार, ISI को दे रहा था भारतीय सेना की खुफिया जानकारी

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

Guru Purnima

Guru Purnima 2025: गुरु पूर्णिमा पर इन संस्कृत श्लोकों के साथ करें अपने गुरु का आभार व्यक्त

Kolhapuri Slippers Dispute

कोल्हापुरी चप्पल विवाद: चोरी की ये कहानी है पुरानी

प्रतीकात्मक तस्वीर

फ्री इलाज के लिए बनवाएं आयुष्मान कार्ड, जानें जरूरी डाक्यूमेंट्स और पूरा प्रोसेस

Tarrif War and restrictive globlization

प्रतिबंधात्मक वैश्वीकरण, एक वास्तविकता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies