भारत-चीन सीमा विवाद : लोकसभा में LAC की स्थिति पर खुलकर बोले विदेश मंत्री एस.जयशंकर, पाकिस्तानी करतूत की भी खोली पोल
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

भारत-चीन सीमा विवाद : लोकसभा में LAC की स्थिति पर खुलकर बोले विदेश मंत्री एस.जयशंकर, पाकिस्तानी करतूत की भी खोली पोल

डॉ. एस जयशंकर ने लोकसभा में कहा कि भारत-चीन संबंध 2020 से असामान्य रहे हैं। सीमा विवाद के समाधान और शांति बहाली पर हालिया प्रगति हुई है। जानिए भारत चीन संबंधों पर उनका विस्तृत बयान

by SHIVAM DIXIT
Dec 3, 2024, 04:29 pm IST
in भारत, विश्व
लोकसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस.जयशंकर

लोकसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस.जयशंकर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली । विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मंगलवार को लोकसभा में भारत-चीन संबंधों पर विस्तार से बयान दिया। उन्होंने कहा कि चीनी कार्रवाई के चलते सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति भंग होने के कारण भारत-चीन संबंध 2020 के बाद से सामान्य नहीं रहे थे। हमारे निरंतर राजनयिक प्रयासों से हाल ही में संबंधों में कुछ सुधार आया है। सीमा क्षेत्रों में शांति और सौहार्द्र की बहाली ही दोनों देशों के रिश्तों को सामान्य बनाने की पहली शर्त है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और चीन को एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) का सख्ती से पालन और सम्मान करना चाहिए। किसी भी पक्ष को यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सीमा से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य ढांचे पर पहुंचने के लिए द्विपक्षीय चर्चाओं के माध्यम से चीन के साथ जुड़ने के लिए भारत प्रतिबद्ध है। दोनों देशों के बीच कुछ क्षेत्रों के बारे में वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर समझ का अभाव है।

सीमा विवाद सुलझाने के हालिया प्रयास 

  • सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति का अभाव : विदेश मंत्री ने बताया कि 2020 में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीनी सैनिकों की भारी तैनाती के बाद कई बिंदुओं पर आमना-सामना हुआ, जिससे गश्ती गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हुई।
  • 21 अक्टूबर, 2024 का समझौता : विदेश मंत्री ने डेप्सांग और डेमचोक में अस्थिरता को कम करने के लिए किए गए समझौते का जिक्र किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 23 अक्टूबर को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में इसे लेकर चर्चा की और शांति बहाली पर सहमति जताई।
  • चर्चा और प्रगति : 18 नवंबर, 2024 को जी20 शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने रिश्तों को स्थिर करने और सीमा विवाद को सुलझाने पर चर्चा की।
  • डब्ल्यूएमसीसी और एसएचएमसी की बैठकें : 2020 के बाद से डब्ल्यूएमसीसी (कार्य तंत्र) और एसएचएमसी (सर्वोच्च सैन्य कमांडरों की बैठक) के माध्यम से 17 और 21 दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं।

चीन के कब्जे और ऐतिहासिक संदर्भ 

विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने सदन को याद दिलाया कि- चीन ने अक्साई चिन के 38,000 वर्ग किमी क्षेत्र पर अवैध कब्जा किया हुआ है।1963 में पाकिस्तान ने 5,180 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र चीन को अवैध रूप से सौंप दिया। उन्होंने बताया कि सीमा विवाद के समाधान के लिए कई दशकों से बातचीत चल रही है, लेकिन दोनों पक्षों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को लेकर स्पष्टता का अभाव है।

सेना और कूटनीति की भूमिका

विदेश मंत्री जयशंकर ने भारतीय सशस्त्र बलों की तारीफ करते हुए कहा कि कोविड और रसद संबंधी चुनौतियों के बावजूद सेना ने चीनी तैनाती का प्रभावी जवाब दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा विवाद का समाधान निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य ढांचे के तहत होना चाहिए।

विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के लिए सीमा पर शांति और स्थिरता अनिवार्य है। हाल की चर्चाओं से संबंधों में प्रगति के संकेत मिले हैं, लेकिन यह प्रगति स्थायी तभी हो सकती है जब सीमा विवाद का निष्पक्ष समाधान किया जाए।

Topics: पूर्वी लद्दाख सीमा विवादभारत चीन सीमा विवादEastern Ladakh Border IssueIndia China border disputeडब्ल्यूएमसीसी और एसएचएमसी बैठकेंLAC disputeWMCC and SHMC Meetingsभारत चीन संबंधIndia-China relationsडॉ. एस जयशंकर लोकसभा बयानS Jaishankar Lok Sabha Statementएलएसी विवादडेप्सांग और डेमचोक समझौताDepsang and Demchok Agreement
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

S jaishankar

पाकिस्तान को जयशंकर की खरी-खरी: ‘आतंकी कहीं भी हों, मार गिराएंगे’

जनरल उपेंद्र द्विवेदी, सेनाध्याक्ष

J&K में Terrorism से Tourism का सफर : सेना प्रमुख का पाकिस्तान पर बड़ा बयान, कहा- चीन पर भरोसा…

राहुल गांधी ने संसद में झूठ बोला, सेना प्रमुख के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया : राजनाथ सिंह

राम माधव

‘चाहिए संयुक्त, शक्तिशाली, समृद्ध और स्वाभिमानी भारत’ -राम माधव

चीन के विदेश मंत्री वांग यी और अजित डोवल

Doval-Wang Meeting में नाथू ला के रास्ते कारोबार, तिब्बत के रास्ते कैलास यात्रा पर बनी सहमति

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी

अब चीन के रास्ते कैलास दर्शन को जा सकेंगे भारतीय श्रद्धालु, Jaishanker-Wang वार्ता में सीधी विमान सेवा पर भी बात

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Earthqake in Delhi-NCR

दिल्ली-एनसीआर में 4.4 तीव्रता का भूकंप, झज्जर रहा केंद्र; कोई हताहत नहीं

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

kanwar yatra delhi

कांवड़ यात्रा 2025: मीट-मछली की दुकानें बंद, आर्थिक मदद भी, दिल्ली में UP वाला एक्शन

Punjab Khalistan police

पंजाब: पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह गिरफ्तार, ISI को दे रहा था भारतीय सेना की खुफिया जानकारी

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

Guru Purnima

Guru Purnima 2025: गुरु पूर्णिमा पर इन संस्कृत श्लोकों के साथ करें अपने गुरु का आभार व्यक्त

Kolhapuri Slippers Dispute

कोल्हापुरी चप्पल विवाद: चोरी की ये कहानी है पुरानी

प्रतीकात्मक तस्वीर

फ्री इलाज के लिए बनवाएं आयुष्मान कार्ड, जानें जरूरी डाक्यूमेंट्स और पूरा प्रोसेस

Tarrif War and restrictive globlization

प्रतिबंधात्मक वैश्वीकरण, एक वास्तविकता

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies