ईरान में इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार महिलाओं पर नए-नए जुल्म ढाने की तैयारी में है। अब मसूद पजेशकियान की अगुवाई वाली सरकार नया ‘हिजाब और शुद्धता’ लाई है, जिसके तहत महिलाओं पर हिजाब का उल्लंघन करने पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब तक वहां ऑपरेशन नूर के तहत मॉरल पुलिस महिलाओं को हिजाब के नाम पर प्रताड़ित करती थी, लेकिन नए कानून के लागू होते ही उसे महिलाओं को टॉर्चर करने के लिए नए हथियार मिल जाएंगे। ईरानी सरकार के इस अत्याचार के खिलाफ लोगों ने विरोध तेज कर दिया है।
इसको लेकर ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, लोगों ने चेताया है कि देश का नया हिजाब कानून व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर कुठाराघात है और ये सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए हिजाब कानून को महिलाओं पर थोप रही है। ये महिलाओं के आर्थिक शोषण के लिए एक उपकरण की तरह है। एक आम ईरानी व्यक्ति ने न्यूज चैनल के हवाले से आरोप लगाया कि सरकार हिजाब जुर्माने के जरिए महिलाओं का शोषण करके अपने छद्म बलों की फंडिंग कर रही है।
क्योंकि जब आपने मिसाइलें दागी, हिजबुल्लाह ने गोला-बारूद का इस्तेमाल किया, हमास को हथियार दिया और उसके गोदामों को नष्ट कर दिया गया तो अब आपकी (सरकार) की आर्थिक हालत खराब हो चुकी है। अपनी माली हालत को सुधारने के लिए सरकार यह सब ईरान की महिलाओं और लड़कियों के बिल पर डाल दिया है। यह हिजाब कानून नहीं है – यह दिनदहाड़े महिलाओं से कर के जरिए चोरी है। वहीं एक अन्य व्यक्ति ने ईरान की दुखती रग पर हाथ रखते हुए कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ने लेबनान और सीरिया पर अपना कंट्रोल खो चुका है। पूरा वैश्विक समुदाय उसे अपमानित कर रहा है। वह पूरी तरह से हताश हो चुका है औऱ अपनी इसी हताशा को ईरान की सामान्य जनता पर निकाल रहा है।
कुछ ईरानी लोगों ने तर्क दिया है कि अली खामनेई के इशारे पर हो रहा है। ये कानून विभाजनकारी व दमनकारी है, जो सरकार के खिलाफ उठने वाली असहमति की आवाज को दबाने के लिए टूल है। लोगों ने विरोध की बात करते हुए कहा कि हम लोगों को इस अपमानजनक बिल का किसी भी तरह से विरोध करना होगा। इसके लिए हैशटैग, फ़ोन कॉल, हड़ताल, विरोध हमारे पास जो भी संसाधन होगा, उसका हमें इस्तेमाल करना होगा।
मौजूदा हिजाब कानून के अंतर्गत महिलाओं को मॉरल पुलिस मारती-पीटती थी। लेकिन अब नए कानून के तहत एक और अध्याय जोड़ दिया गया है, वो है जुर्माना। ये जुर्माना छोटा नहीं, बल्कि इतना भारी है कि शायद महिलाएं इसे कभी भर नहीं पाएं। अब से हिजाब कानून का उल्लंघन करने वाली महिलाओं पर ईरानी सरकार 150 मिलियन ईरानी रियाल का जुर्माना ठोंकेगी। गंभीर मामलों में इस जुर्माने को बढ़ाकर 1.65 बिलियन रियाल तक करने का प्रावधान है। अगर कोई इस रकम को नहीं चुकाता है तो उसे सभी तरह की सरकारी पहुंच से बाहर कर दिया जाएगा।
इतना ही नहीं अगर किसी वाहन का इस्तेमाल हिजाब नियमों के उल्लंघन के लिए किया जाता है तो उसे भी एक सप्ताह के लिए जब्त कर लिया जाएगा।
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