ईरान समर्थित लेबनानी आतंकी संगठन को इजरायल से पंगा लेना अब भारी पड़ रहा है। इजरायल पर डायरेक्ट अटैक करना उसकी सबसे बड़ी गलती साबित हो रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि अब तो हिजबुल्लाह ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है कि बीते साल ही इजरायल ने उसके 4000 से अधिक आतंकियों को ढेर कर दिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के साथ 8 अक्तूबर 2023 से शुरू हुए युद्ध के बाद ही हिजबुल्लाह ने भी इजरायल पर हमले शुरू कर दिए थे। उसने सोचा था कि दो फ्रंट वार में फंसकर इजरायल समझौता करने के लिए मजबूर होगा। लेकिन, इजरायल ने हमास और हिजबुल्लाह दोनों की ही कमर तोड़ दी। रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि आतंकी संगठन द्वारा सीमा पर लगातार गोलबारी करने के बाद इजरायल के पलटवार में मात्र 14 माह में ही कई हजारों आतंकियों की मौत हो गई। हिजबुल्लाह के अधिकतर आतंकियों की मौत बीते दो माह के युद्ध में हुई है।
हालांकि, हिजबुल्लाह लेबनान का स्वास्थ्य मंत्रालय कुछ कम आंकड़े दिखाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन फिर भी हिजबुल्लाह के संचालन से जुड़े सूत्रों का आंकड़ा इजरायल के आंकड़ों से मेल खाता है।
हसन नसरल्लाह का 100,000 लड़ाके होने का दावा खोखला
हिजबुल्लाह को लेकर चौंकाने वाला खुलासा ये हुआ है कि जब हसन नसरल्लाह जिंदा था तो उसने दावा किया था कि हिजबुल्लाह में 100,000 से अधिक लड़ाके हैं। लेकिन, अब खुलासा हुआ है कि हिजबुल्लाह के पास वास्तविक लड़ाकों की संख्या 25,000-50,000 के करीब ही है। एक स्त्रोत के मुताबिक 2006 में इजरायल के साथ जब हिजबुल्लाह का युद्ध हुआ था, उस दौरान मारे गए उसके आतंकियों से ये संख्या 10 गुना अधिक है। इसके अलावा हिजबुल्लाह के शस्त्रागार भी खत्म होने की कगार पर हैं।
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