मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में अपनी हिंदू एकता यात्रा के दौरान बागेश्वर धाम के संत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने ऐसा बयान दिया है जो चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने अपने समर्थकों और हिंदू समाज के लोगों से कहा कि जो भी होना है, चाहे वह गजवा-ए-हिंद हो या भगवा-ए-हिंद, जल्द होना चाहिए। बाबा बागेश्वर ने अपने संबोधन में हिंदू समाज को जागरूक होने और एकजुट होकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उनका यह बयान हिंदू राष्ट्र की ओर इशारा करता है, जिसमें उन्होंने सनातन धर्म के समर्थन और जाति व्यवस्था को समाप्त करने की बात भी कही।
निवाड़ी जिले के घुघसी गांव में रात्रि विश्राम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि अगर एक करोड़ कट्टर हिंदू बना लेंगे तो हजार वर्ष तक सनातन धर्म को कोई उंगली नहीं दिखा सकता। उन्होंने लव जिहाद और लैंड जिहाद जैसे मुद्दों का जिक्र करते हुए हिंदुओं को अपनी बेटियों और जमीन की सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, “हमारी बहन-बेटियों को लव जिहाद से बचाना है, चाहे अफसर हो, नेता हो, या कोई आम व्यक्ति। अगर हिंदू जागरूक नहीं होंगे, तो उनकी पीढ़ियां सुरक्षित नहीं रहेंगी। अपने संबोधन में बाबा बागेश्वर ने मंदिरों को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की मंजिल तब पूरी होगी जब उन मंदिरों को फिर से स्थापित किया जाएगा, जिन पर मस्जिदें बनाई गई हैं।
उन्होंने कहा, “हिंदू तभी अपनी मंजिल तक पहुंचेंगे, जब मंदिरों की पहचान वापस मिलेगी, रामायण और गीता हर बच्चे और बूढ़े की जुबान पर होगी और धर्म विरोधियों के खिलाफ हिंदू एकजुट होंगे।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपने बयान में कहा कि जो भी होना है, जल्द होना चाहिए। “हम आरपार के मूड में हैं। चाहे गजवा-ए-हिंद हो या भगवा-ए-हिंद, हिंदुओं को एकजुट होकर अपनी ताकत दिखानी होगी।”
बाबा बागेश्वर की हिंदू सनातन पदयात्रा मध्य प्रदेश के छतरपुर से शुरू हुई थी और अब तक सैकड़ों गांवों में पहुंच चुकी है। उनका कहना है कि इस यात्रा का उद्देश्य हिंदुओं को जातिगत और धार्मिक भेदभाव से ऊपर उठाकर एकजुट करना है। उन्होंने कहा, अगर हिंदू जागरूक और संगठित हो जाएं, तो हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है।
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