इंडिया गठबंधन की ये पुरानी बीमारी सी हो गई है कि अगर ये कहीं पर चुनाव जीत गए तो ईवीएम अच्छी है, जनता का आशीर्वाद मिला, लेकिन अगर ये चुनाव हार गए तो फिर बैलेट पेपर पर चुनाव और ईवीएम को कोसने लगते हैं। ऐसा ही हाल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर है, जहां उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत हैं कि हार स्वीकारने के लिए तैयार ही नहीं हैं। वो रिजल्ट के पहले दिन से ही ईवीएम को कोस रहे हैं। अब तो एमवीए की हार के लिए राउत पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को भी जिम्मेदार ठहरा दिया है।
मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने एक बार फिर से बैलेट पेपर पर चुनाव की मांग करते हुए कहा कि इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा अगर कोई है तो वो ईवीएम है। उन्होंने कहा कि इस बार हम कहते हैं कि यह परिणाम तो आने दीजिए लेकिन महाराष्ट्र में एक बार फिर पेपर बैलेट से चुनाव कराइए और फिर हमें दिखाइए कि परिणाम वही हैं। महाराष्ट्र में जो भी चीजें हुई हैं, उसके लिए श्री (डीवाई) चंद्रचूड़ जिम्मेदार हैं।
हालांकि, उनकी ये बातें शायद नेटिजन्स को नहीं पसंद आ रही हैं। यही कारण है कि लोग लगातार राउत को आइना दिखा रहे हैं। इसी क्रम में G20 नाम के यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि पूरी शिवसेना को खत्म करने के बाद भी संजय राउत बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं।
प्रशांत मिश्रा हरदोई नाम के यूजर ने कहा कि संजय राउत अपनी हार को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए उन्होंने ईवीएम-ईवीएम चिल्लाने वाली बीमारी से ग्रस्त हो गए हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले जिस दिन चुनावी रिजल्ट आना था उस दिन भी संजय राउत ने जनमत को नकारते हुए कहा था, “बैलेट पेपर पर चुनाव कराएं। महाराष्ट्र का चुनावी रिजल्ट जनता का मत नहीं हो सकता। नहीं-नहीं! ऐसा रिजल्ट नहीं आ सकता है।”
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