तेलंगाना से एक बार फिर हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। रंगारेड्डी जिले के शादनगर कस्बे में शुक्रवार (22 नवंबर) को उपद्रवियों ने एक मंदिर को अपवित्र कर दिया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस ने बताया कि उपद्रवियों ने मंदिर में स्थापित शिवलिंग को क्षतिग्रस्त कर दिया। स्थानीय निवासियों ने शुक्रवार की सुबह मंदिर में क्षतिग्रस्त शिवलिंग को देखने के बाद तुरंत पुलिस को सूचित किया। एक अन्य घटना में गुरुवार (21 नवंबर) की रात तेलंगाना के जयशंकर भूपालपल्ली जिले के एक प्राचीन मंदिर में आग लगने से हनुमान जी की मूर्ति जलकर खाक हो गई। स्थानीय लोगों ने महादेवपुर मंडल के अंबातिपल्ली गांव में स्थित प्राचीन श्री अमरेश्वर स्वामी मंदिर में हनुमान भगवान की जलती हुई मूर्ति देखी थी। मंदिर के पुजारी ने साजिश की आंशका जताई है। उनका कहना है कि यह सब जानबूझकर किया गया है। उन्हें हनुमान जी की मूर्ति पर प्लास्टिक सामग्री के निशान मिले हैं। स्थानीय लोग और पुजारी अब हनुमान जी की मूर्ति को फिर से स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर समिति ने शादनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मंदिर परिसर की जांच कर अहम सुराग जुटाए हैं। पुलिस ने बताया कि वे इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से शिवलिंग को क्षतिग्रस्त करने वाले बदमाशों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस शासित राज्य में मंदिरों को अपवित्र करने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति पूरी तरह से जल गई, लेकिन आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।
भाजपा तेलंगाना ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने आधिकारिक हैंडल एक्स पर लिखा, “तेलंगाना में कांग्रेस के शासन में हिंदू देवी-देवताओं पर भयावह हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। भूपालपल्ली जिले के अंबातिपल्ली में प्राचीन अमरेश्वर स्वामी मंदिर में श्रीराम भक्त हनुमान की मूर्ति को अज्ञात बदमाशों ने जला दिया और हमेशा की तरह कांग्रेस सरकार जांच करने के बजाय घटना को दबाने की कोशिश कर रही है। अगर कांग्रेस सरकार ने इस तरह के नफरत फैलाने वालों के खिलाफ शुरुआत में ही त्वरित, सख्त से सख्त कार्रवाई की होती तो ऐसी स्थिति कभी नहीं आती। लेकिन कांग्रेस जो हिंदू भावनाओं की जरा भी परवाह नहीं करती, वह सिर्फ अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए चुप है।”
भाजपा नेता विष्णु वर्धन रेड्डी ने भी इस घटना पर राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने शुक्रवार को एक्स पर लिखा, “तेलंगाना में एक बार फिर हिंदू मंदिर पर हमला हुआ। अंबातिपल्ली अमरेश्वर मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति जलाए जाने की घटना हिंदू मंदिरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है। यह चिंता का विषय है कि राहुल गांधी और अन्य कांन्ग्रेस नेता इन घटनाओं पर चुप्पी साधे बैठे हैं। राज्य पुलिस हिंदू मंदिरों पर बार-बार होने वाले हमलों को रोकने में नाकाम क्यों हो रही है?”
हनुमान मंदिर की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया
इससे पहले 5 नवंबर 2024 को शमशाबाद की एयरपोर्ट कॉलोनी में हनुमान मंदिर की कुछ मूर्तियों के क्षतिग्रस्त पाए जाने के बाद इलाके में तनाव फैल गया। आरजीआईए पुलिस के अनुसार, यह घटना तब प्रकाश में आई जब दर्शन के लिए आए एक भक्त ने कुछ नवग्रह मूर्तियों को अपवित्र पाया। मंदिर में आए स्थानीय लोगों ने बताया, “नौ नवग्रह मूर्तियों में से पांच टूटी हुई पाई गईं और शेष चार क्षतिग्रस्त थीं।” सुबह 6 बजे जब पुजारी गर्भगृह में हनुमान मूर्ति पर शुद्धिकरण अनुष्ठान करने में व्यस्त थे, तो एक भक्त उनके पास आया और उन्हें नवग्रह मूर्तियों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना दी। जब पुजारी ने क्षतिग्रस्त मूर्ति देखी तो वे अपराधी की तलाश में इधर-उधर गए, लेकिन उनको कोई सुराग नहीं मिला। फिर उन्होंने मंदिर प्रबंधन और स्थानीय नेताओं को इसकी सूचना जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इलाके की घेराबंदी कर दी। मंदिर को नुकसान पहुंचने की खबर मिलते ही स्थानीय लोग भी वहां इकट्ठा होने लगे, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए इलाके की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
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