वक्फ बोर्ड की मनमानियों के बीच कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोकन ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर कहा कि लोग विद्रोह करने के लिए तैयार थे, लेकिन बावजूद इसके वो केवल बातचीत करने में समय नष्ट कर रहे हैं। सिद्धारमैया कह रहे हैं कि कुछ नहीं हुआ है।
भाजपा नेता आर अशोक वक्फ बोर्ड द्वारा किसानों की जमीन हड़पने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में बोल रहे थे। बीते करीब एक माह से भाजपा वक्फ की मनमानियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। जबकि कांग्रेस वक्फ बोर्ड की मनमानियों को लेकर कहती है कि कुछ नहीं हुआ है? बिना किसी कारण के विरोध प्रदर्शन क्यों किया जा रहा है। इसके साथ ही भाजपा नेता ने कांग्रेस पर लव जिहाद और वक्फ बोर्ड के जरिए भूमि जिहाद कर रही है।
उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा सत्ता में थी तो प्रदेश में नक्सल समस्या नहीं थी, लेकिन अब राज्य में हालात बदल गए हैं। हालात ये हो गए हैं कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद माओवादी फल फूल रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि श्रीरंगपटना में 400 साल पुराना मंदिर है। अशोक कहते हैं कि वहां मुसलमानों का कोई घर या मस्जिद नहीं है, लेकिन मंदिर की पहानी में वक्फ बोर्ड ने मंदिर को अपने में रजिस्टर कर लिया है।
इस मौके पर भाजपा के एमएलसी सीटी रवि ने इस बात का भी खुलासा किया कि वक्फ बोर्ड ने सिद्धारमैया के कुलदेवता बीरालिंगेश्वर के अलंद तालुक स्थित मंदिर पर भी अपना दावा किया है। इस बीच केंद्रीय मंत्री शोभा करंदजाले ने कहा कि किसानों, मंदिरों और मठों की भूमि को अवैध कानूनों का इस्तेमाल करते हुए वक्फ के रूप में रजिस्टर कर लिया है।
गौरतलब है कि हाल ही में संतों ने भी कलबुर्गी में वक्फ बोर्ड की मनमानियों के खिलाफ नेगिलायोगी स्वाभिमान वेदिके के बैनर तले प्रदेश के मठों के हिन्दू संत, भाजपा नेताओं और किसान समर्थक संगठनों के सदस्यों ने “वक्फ हटाओ, अन्नदाता बचाओ” तीन दिवसीय विरोध मार्च निकाला था। इस दौरान प्रदर्शन करते हुए संतों और भाजपा नेताओं ने प्रदेश के कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया औऱ अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बी जेड जमीर अहमद के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग की। विरोध मार्च कलबुर्गी के नागेश्वर स्कूल से निकाला गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में “ज़मीर हटाओ, ज़मीन बचाओ”, “रायता देशदा आस्थी”, “वक्फ हटाओ, अन्नदाता बचाओ” नारे लिखी तख्तियां ले रखा था।
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