मुलुगु । तेलंगाना के मुलुगु जिले के पेनुगोलु कॉलोनी में माओवादियों की बर्बरता का एक और मामला सामने आया है। माओवादियों ने पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाते हुए पंचायत सचिव समेत दो लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना ने क्षेत्र में भय का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस ने इस हमले के बाद तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है और हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
हमले का विवरण
पुलिस के मुताबिक, माओवादी समूह ने पेरुरु पंचायत सचिव रमेश और एक स्थानीय निवासी अर्जुन पर कुल्हाड़ी से हमला किया। जिसके बाद अर्जुन ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। वहीं पंचायत सचिव रमेश को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। हमलावर नक्सलियों ने हमले के बाद घटनास्थल पर अपना धमकी भरा पत्र छोड़ा। जिस पर कथित तौर पर माओवादी समूह के वेंकटपुरम-वाजेडु क्षेत्र समिति की सचिव शांति के हस्ताक्षर हैं।
माओवादी पत्र का दावा
पुलिस के अनुसार, नक्सलियों द्वारा छोड़े गए पत्र में माओवादियों ने रमेश और अर्जुन को पुलिस मुखबिर बताते हुए उनकी हत्या को सही ठहराने का प्रयास किया है। इन पत्रों में माओवादी समूह ने अपने विचार और चेतावनी व्यक्त की है, जिसे पुलिस गंभीरता से जांच रही है।
पुलिस की प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय
इस घटना के बाद तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों की संभावना को देखते हुए पुलिस ने हाई अलर्ट घोषित किया है। वहीं संभावित माओवादी ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वहीं पुलिस द्वारा इस हत्याकांड की हर पहलू से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस वारदात के पीछे कौन-कौन से माओवादी समूह शामिल हैं।
स्थानीय लोगों में दहशत
घटना के बाद पेनुगोलु कॉलोनी और आसपास के क्षेत्रों में भय और दहशत का माहौल है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि माओवादी हिंसा पर रोक लगाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।
नक्सलियों के आतंक से उठे सवाल
मुलुगु में माओवादियों द्वारा पंचायत सचिव और एक अन्य निवासी की हत्या से एक बार फिर यह सवाल खड़ा हो गया है कि माओवादी हिंसा पर रोकथाम के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों की तत्परता से यह उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा और क्षेत्र में शांति बहाल होगी।
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