कोझिकोड । केरल के कोडुवल्ली में एक आईसक्रीम विक्रेता का घिनौना व्यवहार सामने आने के बाद स्थानीय निवासियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया। दरअसल एक वायरल वीडियो में देखा गया कि किझाकोथु पंचायत के एक पॉप्सिकल की दुकान “आइस मी” का मालिक, रशीद, हर पॉप्सिकल स्टिक को चखने के बाद उसे पैक कर रहा था। इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और खाद्य सुरक्षा विभाग और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
वीडियो वायरल होने के बाद दुकान सील
जानकारी के अनुसार वायरल वीडियो एक ग्राहक द्वारा बनाया गया है, जिसमें मोहम्मद रशीद को अस्वच्छ तरीके से आइसक्रीम को चखते हुए देखा जा सकता है। वहीं इस घटना के उजागर होते ही कोडुवल्ली पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने दुकान को बंद कर दिया और मामले को खाद्य सुरक्षा विभाग को सौंप दिया।
खाद्य सुरक्षा विभाग की त्वरित कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा अधिकारी और जूनियर स्वास्थ्य निरीक्षक पीएम विनोद ने दुकान का निरीक्षण किया, जिसके बाद निम्न कार्रवाई की गईं।
- नमूने एकत्रित : दुकान से फ्लेवर्ड बर्फ के नमूने लिए गए और उन्हें कोझिकोड की क्षेत्रीय विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजा गया।
- पंजीकरण निलंबित : कोडुवल्ली सर्कल के खाद्य सुरक्षा विंग ने दुकान का पंजीकरण निलंबित कर दिया।
- आगे की कार्रवाई : कोझिकोड के सहायक खाद्य सुरक्षा आयुक्त को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बताया। लोगों का कहना है कि खाद्य उत्पादों में स्वच्छता का उल्लंघन अस्वीकार्य है और इस तरह के व्यवहार पर कड़ी सजा होनी चाहिए।
खाद्य सुरक्षा नियमों का महत्व
इस घटना ने एक बार फिर खाद्य सुरक्षा नियमों के महत्व को उजागर किया है। अधिकारियों ने इसे अन्य खाद्य विक्रेताओं के लिए एक चेतावनी बताया कि स्वच्छता के नियमों का पालन न करने पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। कोडुवल्ली की यह घटना स्वच्छता और उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को दंडित किया जाएगा और जांच के परिणाम के आधार पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।
शिवम् दीक्षित एक अनुभवी भारतीय पत्रकार, मीडिया एवं सोशल मीडिया विशेषज्ञ, राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता, और डिजिटल रणनीतिकार हैं, जिन्होंने 2015 में पत्रकारिता की शुरुआत मनसुख टाइम्स (साप्ताहिक समाचार पत्र) से की। इसके बाद वे संचार टाइम्स, समाचार प्लस, दैनिक निवाण टाइम्स, और दैनिक हिंट में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया, जिसमें रिपोर्टिंग, डिजिटल संपादन और सोशल मीडिया प्रबंधन शामिल हैं।
उन्होंने न्यूज़ नेटवर्क ऑफ इंडिया (NNI) में रिपोर्टर कोऑर्डिनेटर के रूप में काम किया, जहां इंडियाज़ पेपर परियोजना का नेतृत्व करते हुए 500 वेबसाइटों का प्रबंधन किया और इस परियोजना को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान दिलाया।
वर्तमान में, शिवम् राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य (1948 में स्थापित) में उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं।
शिवम् की पत्रकारिता में राष्ट्रीयता, सामाजिक मुद्दों और तथ्यपरक रिपोर्टिंग पर जोर रहा है। उनकी कई रिपोर्ट्स, जैसे नूंह (मेवात) हिंसा, हल्द्वानी वनभूलपुरा हिंसा, जम्मू-कश्मीर पर "बदलता कश्मीर", "नए भारत का नया कश्मीर", "370 के बाद कश्मीर", "टेररिज्म से टूरिज्म", और अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले के बदलाव जैसे "कितनी बदली अयोध्या", "अयोध्या का विकास", और "अयोध्या का अर्थ चक्र", कई राष्ट्रीय मंचों पर सराही गई हैं।
उनकी उपलब्धियों में देवऋषि नारद पत्रकार सम्मान (2023) शामिल है, जिसे उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार खान की साजिश को उजागर करने के लिए प्राप्त किया। यह सम्मान 8 मई, 2023 को दिल्ली में इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र (IVSK) द्वारा आयोजित समारोह में दिया गया, जिसमें केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, RSS के सह-प्रचार प्रमुख नरेंद्र जी, और उदय महुरकर जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिवम् की लेखन शैली प्रभावशाली और पाठकों को सोचने पर मजबूर करने वाली है, और वे डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहे हैं। उनकी यात्रा भड़ास4मीडिया, लाइव हिन्दुस्तान, एनडीटीवी, और सामाचार4मीडिया जैसे मंचों पर चर्चा का विषय रही है, जो उनकी पत्रकारिता और डिजिटल रणनीति के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
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