देश भर में वक्फ बोर्ड की मनमानियों के बीच सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें वायरल हो रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि मुंबई के दादर स्थित भगवान गणेश को समर्पित सिद्धिविनायक मंदिर पर भी वक्फ बोर्ड ने दावा ठोंक दिया है। इस पर सियासत शुरू हो गई है। इसके बाद मंदिर सोसायटी के कोषाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने दो टूक कहा है कि इस प्रतिष्ठित मंदिर पर कोई भी बोर्ड दावा नहीं कर सकता है।
उन्होंने कहा कि ये मंदिर गणेश भक्तों का था, है औऱ रहेगा। कोषाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि सिद्धिविनायक मंदिर केवल मुंबई के लिए ही धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह दुनियाभर के हिन्दुओं के लिए श्रद्धा का विषय है, उनके लिए आध्यात्मिक रखता है। उन्होंने कहा कि सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई और महाराष्ट्र का गर्व है, कोई भी बोर्ड मंदिर पर दावा नहीं कर सकता है।
दरअसल, पवन त्रिपाठी ने यह बयान उन सभी घटनाओं के जबाव में दिया है, जहां वक्फ बोर्ड ने कथित तौर पर छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़े ऐतिहासिक हिन्दू स्थलों और किलों पर अपना दावा किया था। हाल ही में ऐसी खबरें सामने आई थीं, जिनमें इस बात का खुलासा हुआ था कि वक्फ बोर्ड ने विशालगढ़ किले पर मनमाने तरीके से कब्जा कर लिया था।
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हालांकि, सिद्धिविनायक मंदिर पर वक्फ बोर्ड के दावे पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सिद्धिविनायक मंदिर पर वक्फ बोर्ड ने दावा नहीं किया है। आदित्य ठाकरे सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों पर बोल रहे थे। इसी के साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर भी राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि यह सब बीजेपी इकोसिस्टम के द्वारा भ्रान्तियां फैलाई जा रही हैं।
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