अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रचने के आरोपों पर अब ईरान ने जबाव दिया है। ईरानी सरकार ने इसका खंडन करते हुए कहा है कि ये मनगढ़ंत है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इसको लेकर कहा कि ये एक साजिश का हिस्सा है। कोई भी अपनी दिमाग में यह नहीं मान सकता है कि कथित तौर पर कोई हत्यारा ईरान में बैठकर एफबीआई से ऑनलाइन बात कर रहा है।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि दो दिन पहले शुक्रवार को अमेरिका के न्यायिक विभाग ने फरहाद शकेरी (51) नाम के व्यक्ति पर ट्रंप की हत्या करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। अमेरिका ने आरोप लगाया था कि शकेरी, जो कि मूलरूप से अफगानिस्तान का रहने वाला है औऱ फिलहाल ईरान में रह रहा है, उसे सुपारी दी गई थी। इस सुपारी को देने का आरोप ईरान के इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड (IRGC) पर लगा है। हालांकि, ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अमेरिकी आरोपों को पूरी तरह से निराधार और अस्वीकार्य करार दिया है।
उल्लेखनीय है कि ईरान के इस बयान पर भरोसा कर पाना इसलिए मुश्किल होता जा रहा है, क्योंकि हाल ही ईरानी अधिकारियों ने सार्वजनिक तौर पर कासिम सुलेमानी की हत्या के बदले के लिए ट्रंप और उनके विदेश सचिव रहे माइक पोम्पियो की हत्या करने की धमकी दे चुके हैं। पिछले साल फरवरी 2023 में आईआरजीसी के एयरोस्पेस कमांडर ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान खुली धमकी दी थी कि इंशाअल्लाह हम डोनाल्ड ट्रम्प, माइक पोम्पिओ, (पूर्व सेंटकॉम प्रमुख केनेथ) मैकेंजी और अन्य लोगों को कासिम सुलेमानी की हत्या के प्रतिशोध के तौर पर खत्म कर देंगे।
गौरतलब है कि ट्रंप राष्ट्रपति रहते हुए ईरान के इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ रहे थे। वो ट्रंप ही थे, जिन्होंने ईरान के साथ परमाणु डील को खत्म कर दिया था।
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