नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर चुनावों के दौरान झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने ‘झूठ की दुकान’ खोल रखी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन वाले राज्य अब वित्तीय अराजकता में हैं। सरकार चलाने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं और अपनी जेबें भरने के लिए टैक्स बढ़ाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के नासिक में दिन की दूसरी रैली में विपक्ष पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आते हैं तो राजनीतिक दल अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने पेश करते हैं। भाजपा और महायुति अपनी प्रगति को उजागर करने में पारदर्शी रहे हैं लेकिन कांग्रेस भाजपा को चुनौती देने के लिए झूठ फैलाने की रणनीति पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भी कांग्रेस ने यही हथकंडे अपनाए थे, जहां उन्होंने चुनावों के दौरान खोखले वादे किए और फिर उन्हें पूरा करने में विफल रही।
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के लोगों की सराहना करते हुए कहा कि वे महायुति के घोषणापत्र और महाअघाड़ी के भ्रामक वादों के बीच अंतर को पहचान रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी जहां भी सत्ता में हैं, वहां भ्रष्टाचार होता है। वे अधिकतम भ्रष्टाचार के लिए बनाई गई योजनाओं की घोषणा करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि पूरे देश ने कांग्रेस को उसकी हरकतों के लिए नकार दिया है। कांग्रेस अब एक राष्ट्रव्यापी ताकत नहीं रही, यह एक परजीवी कांग्रेस बन गई है, जो केवल अन्य दलों के साथ गठबंधन के माध्यम से जीवित है। चाहे वह महाराष्ट्र हो, उत्तर प्रदेश हो, बिहार हो या झारखंड।
स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के योगदान के बारे में मोदी ने कहा, “मैं कांग्रेस और उनके महाअघाड़ी सहयोगियों को चुनौती देता हूं कि ये पार्टियां कांग्रेस नेताओं से वीर सावरकर के तप, त्याग और बलिदान की प्रशंसा करवाकर दिखाएं। वीर सावरकर ने जेल में कई साल बिताकर ‘काला पानी’ की कठोर सजा का सामना किया। फिर भी, कांग्रेस इसे खारिज करती है।”
बाला साहेब ठाकरे के देश और महाराष्ट्र के लिए अद्वितीय योगदान को याद करते हुए, मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के मुंह से बाला साहेब की प्रशंसा में भी एक शब्द नहीं निकलता। उन्होंने कहा, “मैं महाअघाड़ी में कांग्रेस के दोस्तों को ये भी चुनौती देता हूं कि वो कांग्रेस के नेताओं से बाला साहब ठाकरे और उनकी विचारधारा की प्रशंसा करवाकर दिखाएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान, ओबीसी को विभिन्न जातियों में विभाजित किया गया था। उन्हें आरक्षण तभी मिला जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य ओबीसी की एकता को रोकना है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस विभाजन पर पनपती है, लेकिन महाराष्ट्र के लोगों को इसे रोकने के लिए एकजुट होना चाहिए।” उन्होंने ओबीसी एकता को जरूरी बताते हुए दोहराया कि ‘एक हैं तो सेफ हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने नासिक के लोगों को आश्वासन दिया कि केवल महायुति सरकार ही मराठी संस्कृति और इतिहास के संरक्षण, मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता देने तथा छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महापुरुषों के सम्मान के लिए खड़ी है।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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