छत्तीसगढ़ के बंगलाभाटा (रतनपुर) में सरकारी जमीन पर चर्च बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले को उठाते हुए प्रदेश भाजपा के नेता और घर वापसी प्रमुख प्रबल प्रताप जूदेव ने चेताया है कि कन्वर्जन के कारण प्रदेश ही नहीं देशभर की जनसांख्यकी बदल रही है। हालात ये हो गए हैं कि देश के 800 जिलों में से 200 जिलों में अब हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए हैं।
भाजपा नेता ने ऐलान किया है कि हम किसी भी तरह से हमारी धर्मनगरी को धर्मान्तरण की नगरी बनने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि रतनपुर में सरकारी जमीन पर चर्च बनाए जाने की साजिश का पर्दाफाश करके हमारे सनातनी योद्धाओं ने इसका जमकर विरोध किया है। प्रबल प्रताप जूदेव कहते हैं कि हम जल्द ही इस तरह से किए गए उन तमाम चिन्हांकित कर सामने लाएंगे।
उन्होंने ये भी कहा कि धर्मांतरण के एजेंटों को बेनकाब करेंगे और मां महामाया की धरती पर घुसपैठ कर रहे सभी एजेंटों को बेनकाब करेंगे। भाजपा नेता के मुताबिक, “हिंदू रहेगा तो ही देश बचेगा” घरवापसी ही अखंड भारत का एक मात्र मार्ग है। इसके साथ ही उन्होंने सभी हिन्दुओं से संगठित होकर कन्वर्जन कराने वाले माफियाओं की पोल खोलने की अपील की है।
भाजपा नेता के इस पोस्ट पर बिपिन कुमार नाम के यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, “धर्मांतरण 1947 के बाद से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से चल रहा है। भ्रष्टाचारी भारतविरोधी हिन्दू विरोधी नेहरु खानदान के सहयोग-समर्थन से। हिन्दू मुक्त भारत का इरादा नेहरु खानदान का स्पष्ट है। जम्मू-कश्मीर से नरसंहार-पलायन हो या पूरे देश में धर्मांतरण इसका जिम्मेदार दोगले हिन्दू भी है।
गौरतलब है कि बीते 10 वर्ष कांग्रेस की सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर वनवासियों का जमकर कन्वर्जन ईसाई मिशनरियों के द्वारा करवाया गया था। चुनाव के दौरान कन्वर्जन ही सबसे बड़ा मुद्दा भी था। हालांकि, प्रदेश में सत्ता बदलने के साथ ही हालात में बदलाव भी आ रहे हैं। लोग तेजी से अपनी भूल सुधार करते हुए अपनी जड़ों की ओर लौट रहे हैं।
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