झारखंड विधानसभा चुनाव : कांग्रेस की परजीविता सहयोगी दलों के लिए बन रही है समस्या
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम मत अभिमत

झारखंड विधानसभा चुनाव : कांग्रेस की परजीविता सहयोगी दलों के लिए बन रही है समस्या

राज्य दर राज्य कांग्रेस पार्टी का खिसकता जनाधार संकेत है कि अब कांग्रेस केवल वैशाखियों के सहारे ही चुनावी वैतरणी पार करने की सोच सकती है।

by अभय कुमार
Nov 6, 2024, 06:17 pm IST
in मत अभिमत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

कांग्रेस पार्टी की परजीविता समय के साथ परिलक्षित होती जा रही है। कांग्रेस पार्टी हमेशा अपने सहयोगी दलों के लिए एक अभिशाप की तरह रहती है और अपने सहयोगी दलों को चुनाव में कमजोर करने का काम करती है। राज्य दर राज्य कांग्रेस पार्टी का खिसकता जनाधार इस बात का संकेत है कि अब कांग्रेस केवल वैशाखियों के सहारे ही चुनावी वैतरणी पार करने की सोच सकती है।

हाल ही में संपन्न हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 38 सीटों पर लड़कर मात्र 6 (15.8%) सीटें जीतीं। बिहार में 2020 विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर चुनाव लड़कर 19 (27.1%) सीटें जीतीं, जबकि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ 2017 के विधानसभा चुनाव में 114 सीटों पर लड़कर सिर्फ 7 (6%) सीटें ही जीत पाई।

महाराष्ट्र और झारखंड में कांग्रेस की रणनीति

वर्तमान में महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव आहूत हैं। कांग्रेस इन दोनों राज्यों में अपनी भूमिका को नेपथ्य में रखकर केवल सहयोगी दलों पर निर्भर है। झारखंड में कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और माले के सहारे चुनावी मैदान में उतरी है।

हालांकि, झारखंड में भी कांग्रेस पार्टी की यह नीति दिखाई दे रही है कि गठबंधन के बावजूद सहयोगियों के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतार रही है। वर्तमान झारखंड विधानसभा चुनाव में, इंडी गठबंधन में धनवार विधानसभा सीट पर माले और झामुमो, बिश्रामपुर और छतरपुर सीटों पर राजद बनाम कांग्रेस का चुनावी घमासान देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं, कांग्रेस-झामुमो नीत गठबंधन राज्य भाजपा के बड़े चेहरों में से एक बाबूलाल मरांडी के खिलाफ भी एकमत से उम्मीदवार नहीं उतार पाया है। आमतौर पर विपक्षी नेता के खिलाफ उम्मीदवार उतारकर उसे अपने क्षेत्र में व्यस्त रखने की रणनीति अपनाई जाती है, लेकिन इंडी गठबंधन इस चुनाव में अपनी हार मानकर केवल प्रक्रिया का हिस्सा बनता दिखाई दे रहा है।

झारखंड में कांग्रेस-राजद गठबंधन का विडंबनापूर्ण इतिहास

यह विडंबना है कि झारखंड राज्य के गठन से पूर्व संयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री लालू यादव ने कहा था कि “झारखंड मेरी लाश पर बनेगा,” और अब कांग्रेस को उनकी पार्टी के साथ गठबंधन करना पड़ रहा है। राजद ने कई बार राज्य में कांग्रेस और झामुमो का चुनावों और सरकारों में सहयोग किया है। इन दलों ने मिलकर राजद के प्रेमचंद गुप्ता को राज्यसभा तक भी पहुंचाया है।

झारखंड में कांग्रेस का परजीवी प्रदर्शन

झारखंड में 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 62 सीटों पर चुनाव लड़ा और बिना किसी प्रमुख स्थानीय दल से गठबंधन किए महज 6 सीटें ही जीत सकी। वहीं, 2019 में कांग्रेस ने झामुमो के साथ गठबंधन किया और 31 सीटों पर लड़कर 16 सीटें जीतीं। इससे कांग्रेस की परजीवी प्रवृत्ति दिखाई देती है।

2009 के झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा से अलग हुए बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के साथ गठबंधन किया था। इस गठबंधन के तहत कांग्रेस को 56 और झाविमो को 19 सीटों पर चुनाव लड़ना था। हालांकि, अंतिम समय में कांग्रेस ने 61 सीटों और झाविमो ने 25 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जिससे पांच सीटों पर दोस्ताना संघर्ष हुआ। इन सीटों में बाघमारा और बोकारो सीटें झाविमो ने जीतीं, जबकि कांग्रेस किसी भी सीट पर झाविमो से आगे नहीं रही।

2005 का झारखंड विधानसभा चुनाव : कांग्रेस-झामुमो का गठबंधन

झारखंड के प्रथम विधानसभा चुनाव 2005 में कांग्रेस ने झामुमो के साथ गठबंधन किया था, लेकिन फिर भी दोनों दलों ने 9 सीटों पर दोस्ताना संघर्ष किया। इन सीटों में देवघर, गोड्डा, बरकागांव, सिमरिया, बोकारो, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और टुंडी शामिल थे। इस चुनाव में झामुमो का प्रदर्शन बेहतर रहा, और कांग्रेस की स्थिति कमजोर नजर आई।

Topics: Congress alliance disputeJMM Congress allianceCongress performance in Jharkhandझारखंड चुनावIndy alliance Jharkhandकांग्रेस परजीविताकांग्रेस गठबंधन विवादझामुमो कांग्रेस गठबंधनझारखंड में कांग्रेस का प्रदर्शनइंडी गठबंधन झारखंडCongress parasitismJharkhand elections
Share2TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

विधानसभा चुनाव

देश के छह राज्यों में मतदान शुरू, महाराष्ट्र की सभी सीटों पर आज डाले जा रहे वोट

maharashtra jharkhand punjab UP uttarakhand polls 2024

महाराष्ट्र और झारखंड समेत 4 राज्यों में कल होगा मतदान, सभी तैयारियां हुईं पूरी

सुप्रीम कोर्ट

झारखंड चुनाव के बीच बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा गर्माया, सुप्रीम कोर्ट ने दिया नोटिस

झारखंड चुनाव 2024 : अमित शाह ने जारी किया BJP Manifesto, समान नागरिक संहिता और वनवासियों को लेकर किया बड़ा वादा

Assam CM Himanta Biswa Sarma Madarsa Bangladeshi infiltration in jharkhand

‘कहते थे मदरसा बंद किया तो हल्ला होगा, मैं बोला कर के दिखाओ’, घुसपैठियों को बाहर निकालना होगा: झारखंड में गरजे CM सरमा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies