प्रयागराज में जनवरी 2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ में जन आस्था के सबसे बड़े आकर्षण 13 अखाड़ों का कुंभ नगरी में प्रवेश का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में रविवार को महाकुम्भ 2025 की तैयारियों के लिए श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े का नगर प्रवेश पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुआ।
संन्यासियों के श्री पंचदशनाम अखाड़े ने कुम्भ नगरी में पूरे राजसी वैभव के साथ प्रवेश किया। शहर के बाहर रामापुर गांव के हनुमान मंदिर से अपने रमता पंच के साथ अखाड़े के संन्यासियों और महात्माओं की भव्य नगर प्रवेश यात्रा शुरू हुई जिसका समापन शहर में जूना अखाड़े के मौज गिरी आश्रम में हुआ। नगर प्रवेश यात्रा के मार्ग में अखाड़े के महात्माओं का जगह जगह कुंभ मेला प्रशासन की तरफ से फूलों से स्वागत किया गया। चांदी के सिंहासन में सवार अखाड़ों के महामण्डलेश्वरों पर मार्ग में स्थानीय जनता ने पुष्प वर्षा की। अखाड़े के साधु संत अब यहीं प्रवास करेंगे। 14 दिसंबर को जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि की अगुवाई में अखाड़े का कुंभ क्षेत्र में प्रवेश होगा।
नगर प्रवेश यात्रा के सकुशल समापन के लिए महाकुंभ प्रशासन की तरफ से भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। अपर कुंभ मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी की अगुवाई में प्रस्थान स्थल रामापुर से प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें अखाड़े के साधु संतो के साथ साथ चलती रहीं। मार्ग में सुचारू रूप से यातायात संचालन की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए चार सर्किल ऑफिसर, 6 इंस्पेक्टर, 9 सब इंस्पेक्टर और 40 पुलिस के जवानों की तैनाती की गई। जिला पुलिस के जवान अलग से विभिन्न मार्गों में यातायात व्यवस्था के लिए मुस्तैद दिखे। नगर प्रवेश यात्रा के दौरान कहीं सड़कों में जाम न लगने पाए इसकी व्यवस्था की गई।
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के नगर प्रवेश यात्रा में अखाड़े के एक हजार से अधिक साधु संतों ने हिस्सा लिया। देश विदेश से बड़ी संख्या में महिला महा मंडलेश्वर भी नगर प्रवेश यात्रा का हिस्सा बनी। नेपाल से आई महिला संत और जूना अखाड़े की महा मंडलेश्वर हेमा नन्द गिरी का कहना है कि संतो का सौभाग्य है कि जिस प्रदेश में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है वहां के मुख्यमंत्री भी एक संत हैं। योगी जी की तरफ से जिस तरह भव्य और दिव्य महाकुंभ के आयोजन का संकल्प लेकर आयोजन की तैयारियां चल रही हैं। उससे सनातन धर्म का प्रचार प्रसार नेपाल सहित दुनिया के विभिन्न देशों में अब तेजी से हो रहा है।
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