जोधपुर में एक महिला की हत्या की कहानी ने सभी को झकझोर दिया है। 50 वर्षीय अनीता, जो एक ब्यूटी पार्लर चलाती थी, की हत्या की योजना बनाकर की गई। अनीता के शव के टुकड़े कर उन्हें उसके घर के सामने खोदे गए गड्ढे में दफनाने का मामला पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया है।
27 अक्टूबर को अनीता के पति, मनमोहन चौधरी ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मनमोहन ने आखिरी बार 26 अक्टूबर को अपनी पत्नी से बात की थी। अनीता उस दिन दोपहर को अपनी दुकान खोलने के बाद अचानक लापता हो गई। पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो अनीता को टैक्सी में जाते हुए देखा गया। पुलिस ने टैक्सी चालक का पता लगाया और जानकारी हासिल की। टैक्सी चालक पुलिस को गंगाणा स्थित उस घर ले गया जहां उसने अनीता को छोड़ा था। वह मकान गुलामुद्दीन का था जो अनीता की दुकान के सामने दुकान चलाता है और वह फरार है। 30 अक्टूबर को उनकी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
जब पुलिस ने गुलामुद्दीन की पत्नी और उसके परिवार के सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो शव बरामद हुआ। गुलामुद्दीन की पत्नी के निर्देश पर पुलिस ने उसके घर के सामने जेसीबी से गड्ढा खोदा और अनीता का शव बाहर निकाला। अनीता के दोनों हाथ, पैर और गर्दन काटकर धड़ से अलग कर दिए गए थे। जानकारी के अनुसार, उसकी पत्नी ने भी पुलिस को बताया कि तीन दिन पहले जेसीबी से गड्ढा खोदा गया था। हत्या के बाद अनीता के शरीर को काटकर बोरे में भरकर उसी गड्ढे में दफना दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने जेसीबी की मदद से गड्ढा खोदकर अनीता के शव के टुकड़े बरामद किए। मनमोहन ने बताया किआरोपी, गुलामुद्दीन, जो अनीता को अपनी बहन मानता था। गुलामुद्दीन ने उसे विश्वास में लेकर ही हत्या की।
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