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25 लाख से अधिक दीपों से जगमग हुई अयोध्या, 1121 वेदाचार्यों ने एक साथ की सरयू मैया की आरती, बने 2 कीर्तिमान

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सुनील राय

रामनगरी में बुधवार को सांध्यकालीन अद्भुत, अलौकिक, अविस्मरणीय…कल्पनातीत सौंदर्य दिखा, जब 25,12,585 (25 लाख,12 हजार 585) दीपों से जगमगाती रामनगरी को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर जिसने भी देखा, अपलक निहारता ही रह गया। प्रभु श्रीराम की नगरी के वासी हों या भारत के सुदूर कोने-कोने से आए श्रद्धालु, सभी अवधपुरी के कण-कण, रज-रज में अपने राम की छवि को हृदय में बसाए थे। राम, जय जय श्रीराम हर ओर गुंजायमान रहा। अवधपुरी में बुधवार को दीपोत्सव का आयोजन अद्वितीय हो गया। हर श्रद्धालु के मन में इस बार अलग ही उमंग, उत्साह व उल्लास रहा, क्योंकि 500 वर्ष पश्चात 22 जनवरी 2024 को अपने दिव्य-भव्य महल में विराजमान होने के उपरांत प्रभु के चरणों में ‘समूचा भारत’ दीप प्रज्ज्वलित कर उत्सव मना रहा है।

आह्लाद के साथ आत्मीयता के भावों को संजोए हुए आराध्य प्रभु के प्रति आस्था निवेदित करते हुए सरयू तीरे जल रहे  25,12,585 दीपों के बीच निहाल श्रद्धालुओं का हर्ष, उमंग और अनुभूति हर कोई महसूस कर रहा था। सहज भाव से हो रहे ‘राम राम जय राजा राम’ ‘जय सिया राम’ ‘सियावर रामचन्द्र की जय’ जयघोष के साथ सरयू की लहरों में उठती तरंगें देख ऐसा लगा कि मानो सरयू मैया भी ‘अपने राम’ की जयकार कर रही हों। दीपोत्सव के लिए पूरी अवधपुरी को सजाया गया था। अयोध्या के मंदिरों, छोटी गलियों से लेकर मुख्य मार्गों, सभी सरकारी, धार्मिक भवनों पर तो आकर्षक लाइटिंग की गई थी, महल में विराजमान होने के बाद अपने राम के लिए नगरवासियों ने भी घरों में दीप जलाए।

बुधवार को रामनगरी अयोध्या के घर-घर, मठ-मंदिर, आश्रम हर जगह दीप प्रज्ज्वलित किए गए। पूरी रामनगरी मे 35 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित हुए तो वहीं राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 25,12,585 दीप जलाए गए। इसके लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्विद्यालय, महाविद्यालयों, इंटर कॉलेजों व स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े 30 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने दीप लगाए, उसमें तेल बाती डालकर दीप प्रज्ज्वलन में महती भूमिका निभाई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य-ब्रजेश पाठक आदि ने रामकथा पार्क अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम- मां सीता , भैया लक्ष्मण, भरत-शत्रुघ्न, संकटमोचन हनुमान व ऋषि-मुनियों की आरती उतारी और टीका लगाकर श्रद्धा निवेदित की। यहां राम परिवार व ऋषि-मुनियों का पूजन भी किया गया। इस दौरान ‘राम आए अवध नगरिया, दीपावली मनाओ सखी, चलो दीप से दीप जलाएं कि मंगल गाओ सखी…’ गीत बजे रहे थे।  मंच पर मुख्यमंत्री ने श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया।

अवधपुरी में पुष्पक विमान से ‘राम-लक्ष्मण व मां सीता’ उतरीं तो हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। मुख्यमंत्री ने रथ भी खींचा।  2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब यूपी की बागडोर संभाली तो दीपोत्सव के भव्य-दिव्य आयोजन की परिकल्पना तैयार की। प्रतिवर्ष इसकी भव्यता बढ़ती चली गई। 2017 में 1.71 लाख दीप से दीपोत्सव का आगाज हुआ था और 2024 में 25,12,585 दीप प्रज्ज्वलित हुए। समूची अयोध्या हर तरफ बस श्री राम, मेरे राम से अवधपुरी गुंजायमान हो उठी।

श्रीराम मंदिर के प्रमुख गेटों पर तोरणद्वार बनाए गए। कई कुंतल फूलों से पूरी अयोध्या नगरी सजाई गई। सुबह शोभायात्रा में 18 झांकियां निकलीं। दीपोत्सव के 25,12,585 दीपों के लिए 30 हजार वालंटियरों ने हजारों लीटर सरसों का तेल दीपों में डाला। नेपाल, म्यामार, मलेशिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया, कंबोडिया के कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया। देश-विदेश व प्रदेश के 1300 से अधिक कलाकारों की प्रतिभा को रामनगरी में मंच मिला। चौराहों पर रंगोली बनाकर समृद्धि की कामना की गई।

पहली बार ‘श्रीरामलला की मौजूदगी’ में हुए दीपोत्सव में 1121 वेदाचार्यों ने सरयू आरती की। यह रिकार्ड भी योगी सरकार में बना। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आदि ने भी सरयू मैया की आरती उतारी। इस दौरान योगी कैबिनेट के अन्य सहयोगियों ने भी दीप जलाकर सरयू मैया की आरती की। यहां अनेक साधु-संतों के साथ अनेक विशिष्ट जनों द्वारा आरती की गई। इसके लिए कई मंच तैयार किए गए थे। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि ने सरयू आरती के रिकॉर्ड की घोषणा की।

दीपोत्सव पर पहली बार ड्रोन शो का भी आयोजन किया गया। 500 ड्रोन के साथ अयोध्या के आकाश में श्रीराम की कृति बनी। ड्रोन शो का अद्भुत नजारा देख हर कोई भाव-विह्वल और कौतूहल से भर उठा। वहीं दीपोत्सव-2024 में मेजबान उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, राजस्थान, जम्मू, उत्तराखंड, हरियाणा, नागपुर, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, सिक्किम, चंडीगढ़, गोवा, ओडिशा आदि राज्यों के कलाकारों ने अपनी लोकसंस्कृति का दीदार कराया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उत्तर प्रदेश पर्यटन के मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया। यह राज्य के पर्यटन स्थलों  व सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके उपरांत सीएम ने महापौर गिरीश पति त्रिपाठी द्वारा लिखित ‘हृदय में राम’ पुस्तक का विमोचन किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरयू अतिथि गृह में राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश द्वारा भगवान श्री राम के जीवन चरित्र पर आधारित चित्रकला एवं मूर्ति प्रदर्शनी  का भी अवलोकन किया। प्रदर्शनी 28 अक्टूबर से लगाई गई थी।  राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश की निदेशक डॉ. श्रद्धा शुक्ला ने अतिथियों को कलाकृतियों के विषय में विस्तारपूर्वक अवगत कराया। उन्होंने अकादमी में प्रारम्भ हुई बीoवीoएo (चित्रकला) के पाठ्यक्रम से भी अतिथियों को अवगत कराया।

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