अयोध्या । अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के भव्य मंदिर में पहली बार दीपावली का आयोजन हो रहा है। श्रीराम जन्मभूमि के नवनिर्मित दिव्य एवं भव्य मंदिर में 22 जनवरी को विराजित होने के बाद रामलला की यह पहली दीपावली है। दीपोत्सव में राममंदिर की अनुपम छटा हर किसी को आह्लादित कर रही थी।
उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी दीपोत्सव मनाने के लिए अयोध्या में ही हैं। मुख्यमंत्री योगी ने पहले रामलला का दर्शन किया, फिर उनके चरणों में श्रद्धा निवेदन करते हुए मंदिर प्रांगण में श्रद्धा के पांच-पांच दीप प्रज्वलित किए। इसके अलावा पूरे प्रांगण में हजारों दीपों को जलाया गया, जिसने राममंदिर और अयोध्या की पूरी नगरी को एक दैवीय आभा प्रदान की।
इस दौरान केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद और ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र भी उपस्थित थे।
इस साल की दीपावली अयोध्या के लिए ऐतिहासिक क्षणों का प्रतीक बन चुकी है। 500 वर्षों बाद, रामलला की जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर में दीपों की जगमगाहट से अनोखा दिव्य उत्सव मनाया जा रहा है। 22 जनवरी 2024 को इस मंदिर में श्री रामलला की प्रतिमा स्थापित कर उनकी प्राण प्रतिष्ठा की थी और तब से लेकर अब तक यह पहला मौका है जब यहां दीपावली का ऐसा अद्वितीय आयोजन हो रहा है।
बता दें कि 9 नवंबर, 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर जन्मभूमि विवाद को लेकर एतिहासिक फैसला सुनाया था। पांच सदस्यीय बेंच तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, पूर्व चीफ जस्टिस एसए बोबडे, वर्तमान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, पूर्व न्यायाधीश अशोक भूषण, न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर ने फैसला सुनाया था।
इस बार का दीपोत्सव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में योगी सरकार का आठवां आयोजन था, जिसमें श्रद्धालुओं के लिए रामलला के मंदिर का विशेष रूप से श्रृंगार किया गया था। मंदिर में हजारों दीपों के जलने से एक अलौकिक दृश्य का निर्माण हुआ, जिसने अयोध्या के लोगों के साथ ही समूचे विश्व में उल्लास का माहौल बना दिया।
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