वडोदरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ वडोदरा के प्रसिद्ध लक्ष्मी विलास पैलेस में मुलाकात करेंगे और भोजन भी कराएंगे। पीएम मोदी और स्पेन के पीएम की यह बैठक इसलिए भी खास है क्योंकि साल 1947 के बाद पहली बार इस पैलेस के भव्य दरबार हॉल में दो राष्ट्राध्यक्ष मिल रहे हैं। इस पैलेस की अनोखी वास्तुकला और भव्यता दुनियाभर के लोगों को आकर्षित करती है।
बकिंघम पैलेस से चार गुना बड़ा है लक्ष्मी विलास पैलेस
लक्ष्मी विलास पैलेस का निर्माण महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय ने 1890 में करवाया था। इसे दुनिया का सबसे बड़ा निजी निवास माना जाता है। यह पैलेस ब्रिटेन के प्रसिद्ध बकिंघम पैलेस से चार गुना बड़ा है और इसे बनाने में उस समय 6 मिलियन रुपये खर्च किए गए थे। महल में एक विशाल गोल्फ कोर्स, मोती बाग क्रिकेट मैदान, बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन का ऑफिस, और टेनिस व बैडमिंटन कोर्ट हैं।
बेमिसाल कारीगरी का प्रतीक है दरबार हॉल
इस महल का दरबार हॉल सबसे खास आकर्षण है, जो 5000 वर्ग फीट में फैला हुआ है और इसकी अद्वितीयता यह है कि इसमें एक भी खंभा नहीं है। इस हॉल के हर कोने में सोने, हाथी दांत और लाख की बारीक कारीगरी की गई है, जो भारतीय और पश्चिमी संस्कृति का अद्भुत संगम प्रस्तुत करती है। इसके चारों कोनों में 14 फीट ऊंचे रंगीन ग्लास पैनल हैं जिनमें भगवान राम, कृष्ण, राम-सीता, और विष्णु की झलक मिलती है।
मुरानो फ्लोरिंग और झूमरों की भव्यता
दरबार हॉल की मुरानो फ्लोरिंग इटली के मुरानो के 12 कारीगरों ने छह महीने में तैयार की थी। इसके साथ ही हॉल में 5 प्रमुख झूमर लगे हैं, जो रोशनी की चमक को बढ़ाते हैं। यह झूमर हॉल की छत और जमीन को रोशन करने के लिए विशेष रूप से लगाए गए हैं। हॉल की दीवारों पर चंदन की लकड़ी से बनी मेहराबें इसकी भव्यता को और बढ़ाती हैं।
इतिहास और कला का मिश्रण
लक्ष्मी विलास पैलेस के दरबार हॉल में वास्तुकला का अद्भुत नमूना देखने को मिलता है। इस हॉल को वास्तुकार मेजर चार्ल्स मंट ने डिजाइन किया था, लेकिन इसे रॉबर्ट चिशोल्म ने पूरा किया। इतिहास के कई महान कलाकारों ने यहां अपनी कला का प्रदर्शन किया है और इस हॉल में देश-विदेश की कई प्रमुख हस्तियों का दौरा भी हो चुका है।
दो राष्ट्राध्यक्षों की ऐतिहासिक मुलाकात
इस दरबार हॉल में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज की ऐतिहासिक मुलाकात होगी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक, और रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और यहां एक खास लंच का आयोजन भी किया गया है।
लक्ष्मी विलास पैलेस की खासियत
लक्ष्मी विलास पैलेस का भव्य स्वरूप, इसकी अनोखी वास्तुकला और इतिहास ने इसे दुनियाभर में प्रसिद्ध कर दिया है। यह पैलेस भारतीय कला और संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण है और इसमें आयोजित होने वाली यह ऐतिहासिक बैठक निस्संदेह एक यादगार क्षण के रूप में दर्ज होगी।
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