इजरायल के हमले में ईरान को करारा झटका लगा है। उसके मिसाइल ठिकानों को इजरायली फाइटर जेट्स ने तबाह कर दिया। लेकिन, सबसे अहम बात ये है कि ईरान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन ‘डेज ऑफ रिपेंटेंस’ में इजरायली महिला फाइटर पायलट शामिल थीं। F-35 को उड़ाकर 1600 किलोमीटर दूर स्थित ईरान में घुसकर उसके ठिकानों को ध्वस्त करने वाली वो महिला फाइटर पायलट ही थीं।
इसको लेकर आईडीएफ ने इसकी तस्वीरों और वीडियो को जारी किया है, जिसमें महिला फाइटर पायलटों को इजरायल पर हमले के लिए जाते देखा जा सकता है। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान पर हमले के लिए F-35 और F-15 फाइटर जेट्स को खुली छूट दी गई थी। बड़ी बात ये रही ही ईराक युद्ध के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब ईरान की सीमा के अंदर किसी लड़ाकू विमान से हमला किया गया हो।
ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी IRGC ने इस हमले में चार सेना के जवानों और मिसाइल यूनिट में काम करने वाले दो अधिकारियों के भी मारे जाने की पुष्टि की है। ईरानी सेना का आरोप है कि शनिवार की सुबह इजरायली विमानों ने अमेरिकी सेना की मदद से हवाई क्षेत्र का उपयोग करते हुए इलाम, तेहरान औऱ खुजेस्तान के आसपास के इलाकों में लंबी दूरी की एयर मिसाइलों को लॉन्च किया। उल्लेखनीय है कि इजरायल ने ईरान पर हमले को ऑपरेशन ‘पछतावे का दिन’ करार दिया था।
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एयर डिफेंस को किया नष्ट
एक्सियोस के सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि इजरायली हमले में ईरान के चार एस-300 एयर डिफेंस बैटरियां, जिन्हें सामरिक स्थानों पर तैनात किया गया था, वे सभी इजरायली हमले में नष्ट हो गए हैं। दावा ये भी किया जा रहा है कि लंबी दूरी की मिसाइलों के लिए ठोस ईंधन प्रदान करने वाले 12 ग्रहीय मिक्सरों को भी नष्ट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इससे ईरान की मिसाइलों को नवीनता प्रदान करने की क्षमता को बहुत ही गहरा नुकसान पहुंचा है। इजरायली सूत्रों का कहना है कि जिन मिक्सरों को नष्ट किया गया है, वे बहुत ही अधिक परिष्कृत हैं, जिन्हें बनाने की तकनीक ईरान के पास नहीं है। इसे अवश्य उसने चीन से आयात किया होगा। अब नए मिक्सरों को बनाने में उसे कम से कम एक साल का वक्त लग सकता है।
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