उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में ईसाई कन्वर्जन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। हिंदू इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि केरल का पादरी बिज्जू बीमारी से जूझ रहे जिन हिंदुओं को चमत्कारी राख देकर उनके ठीक होने का दावा करता था, वह सिर्फ और सिर्फ दर्द निवारक गोलियों का पाउडर था। वह हिंदुओं का ब्रेनवॉश कर इस पाउडर को उन्हें इसे तुरंत पानी के साथ पीने के लिए कहता था। इसके साथ ही पादरी और उसकी पत्नी लोगों को प्रलोभन देते थे कि अगर वे चर्च आएंगे तो उन्हें चमत्कारी पानी भी मिलेगा, जिससे उनकी बड़ी से बड़ी बीमारी भी ठीक हो जाएगी। उनके बच्चों की शादी का सारा खर्च चर्च उठाएगा। खुद का रोजगार शुरू करने के लिए प्रत्येक जोड़े को 2-5 लाख रुपये दिए जाएंगे। वह बीमारी ठीक करने के लिए झाड़-फूंक का वादा भी करता था।
पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने भी एक्स पर इस वीडियो को साझा किया है और बताया है कि बिज्जू बीमारी ठीक होने के लिए जिस चमत्कारी राख को हिंदुओं को देता था, वह सिर्फ दर्द निवारक गोलियों का पाउडर था।
यह मामला मेरठ के कंकरखेड़ा थाना इलाके की विकास एन्क्लेव कॉलोनी का है। करवा चौथ (20 अक्टूबर 2024) से यह मामला सुर्खियों में है। इसमें हर रोज एक नया खुलासा हो रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिज्जू यहां पर किराये का मकान लेकर अपने परिवार के साथ रहता था और हर रविवार को प्रार्थना सभा का आयोजन करता था। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग सुबह से लेकर शाम तक उसके मकान पर आते रहते थे। इसको देखकर स्थानीय लोगों को संदेह हुआ और उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस और हिंदू संगठनों को दे दी। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता जब करवा चौथ के दिन वहां पहुंचे तो उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं और बच्चों को जमीन पर बैठे हुए देखा, जबकि बिज्जू व उसकी पत्नी कुर्सी पर बैठे हुए थे। उन्होंने पादरी से पूछा कि यहां क्या चल रहा है तो वह बोला सत्संग चल रहा है, जबकि वह और उसकी पत्नी हिंदुओं को देवी देवताओं व उनके धर्म के खिलाफ भड़का रहे थे। बिज्जू उनसे कह रहा था, ”जो तुमसे प्यार करे उसको प्यार करो। आज करवाचौथ का दिन है लेकिन परिवार तुमसे प्यार नहीं करता, ईश्वर करता है इसलिए ईश्वर की शरण में आओ।”
वह लोगों से यह भी कह रहा था, ”तुम्हें यीशू की पूजा करनी है। पैसा क्या चीज है? जो तुम चाहोगे, वह सब मिलेगा। तुम्हारे देवता क्या दे पाए आज तक। समाज में इज्जत तक नहीं मिलती। यीशू की शरण में चले आओ।” इसके बाद मौके पर पहुंची कंकरखेड़ा थाना पुलिस बिज्जू और उसकी पत्नी के साथ-साथ एक व्यक्ति को लेकर थाने गई। एक व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि ये पादरी यहां हिंदुओं का कन्वर्जन करा रहा था। यह सब नेटवर्क मार्केटिंग की तरह अंजाम दिया जा रहा था। ये पति-पत्नी अब तक 300 लोगों का धर्मांतरण करा चुके हैं।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पादरी ने ईसाई कन्वर्जन के लिए आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को अपना निशाना बनाया है। वह उन्हें पैसों, बच्चों की पढ़ाई और शादी का लालच देकर कन्वर्ट होने के लिए कहता है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि धर्मांतरण के इस गिरोह का नेटवर्क बहुत मजबूत है। आम जनता के बीच में इनके लोगों की पहुंच है, जिसमें मिशनरी स्कूलों के शिक्षक भी शामिल हैं। ये भी स्कूलों में बच्चों का नामांकन कराने का लालच देते हैं और गरीब महिलाओं को अनाज एवं दवाई देकर झांसे में लेते और फिर उनका ब्रेनवॉश करते थे।
इसके अलावा भाजपा नेता अनमोल का दावा है कि बिज्जू और उसकी पत्नी पिछले 15 सालों से मेरठ के अलग-अलग इलाके में किराये पर मकान लेकर रहते आ रहे हैं और वहां पर प्रार्थना सभा आयोजित करके लोगों को ईसाई मत में कन्वर्ट करवाते हैं।
इस मामले में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि इन लोगों पर धर्मांतरण का आरोप है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि धर्मांतरण की बात सच निकलती है तो आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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