कर्णावती । हर साल आयोजित होनेवाली गिरनार परिक्रमा के मार्ग में किसी विधर्मी की दुकान नही लगनी चाहिए। एवम परिक्रमा के दौरान लगनेवाले मेले में भी कोई विधर्मी प्रवेश नही करना चाहिए ऐसा एलान जूनागढ़ के भूतनाथ मंदिर के स्वामी महेशगिरी ने किया है।
जूनागढ़ में आयोजित होनेवाली लिली परिक्रमा और शिवरात्रि के मेले में लाखों श्रद्धालु आते है। इन सभी श्रद्धालुओं को जूनागढ़ में रहने, खाने-पीने एवम यातायात से जुड़ी सभी सुविधाएं मिल सके इसके लिये जूनागढ़ में सभी संत गण एवम श्रद्धालुओं के लिए रहने की व्यवस्था करनेवाले सभी धर्मशाला समेत के आयोजकों की बैठक हुई। इस बैठक में संत गण ने एक खास आवेदन तैयार किया है जो कलेक्टर को दिया जाएगा।
बैठक के बारे में पाञ्चजन्य से बात करते हुए महंत महेश गिरी ने कहा कि परिक्रमा का पूरा रूट कलेक्टर की निगरानी में आता है। इस रूट पर पक्का रास्ता, लाइट, पानी एवं बाथरूम की सुविधा स्थाई रूप से उपलब्ध कराने के लिए संतगण की तरफ से कई बार कलेक्टर को अर्जी लगाई गई है। लेकिन कलेक्टर की तरफ से अभी तक व्यवस्था नहीं की गई है।
इस रूट पर हाईकोर्ट ने प्लास्टिक को बैन किया है इसलिए संत गण ने यात्रिकों के लिए पानी की व्यवस्था के लिये भी कलेक्टर से बातचीत की थी।कोई व्यवस्था न होने पर संत गण की तरफ से पानी की टंकी बनाने का प्रयास किया गया। ताकि यात्रीको पीने का पानी मिल सके। लेकिन पानी की टंकी बनाने की वजह से फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने संतों को जेल में डाल दिया। इस घटना के एक साल बाद भी अभी तक यात्रिकों के लिए मार्ग में पानी की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन की तरफ से नहीं हो पाई है।
विधर्मी को परिक्रमा में प्रवेश नही, दुकान भी नही
महंत महेशगिरी ने कहा कि जूनागढ़ में गिरनार परिक्रमा के मार्ग पर एक भी विधर्मी की दुकान नही बनने देंगे। विधर्मी इस मार्ग पर दुकान लगाकर जव जिहाद करते है। इसके अलावा खाने में नॉनवेज लेकर आते है। नॉनवेज की बू से जंगली जानवर वहां तक पहुचकर लोगो पर जानलेवा हमला कर देते है। परिक्रमा और शिवरात्रि का मेला सनातन हिन्दू धर्म का त्यौहार है और विधर्मियों को इसमे प्रवेश या दुकान शुरू करने नही दिया जाएगा। विधर्मियों को प्रवेश करने से रोकने के लिए संत गण के साथ साथ हर साल परिक्रमा के लिए आनेवाले श्रद्धालुओं की भी मदद ली जाएगी। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से भी सहकार मांगा जाएगा।
कलेक्टर को आवेदन दिया जाएगा
जूनागढ़ में परिक्रमा के रूट पर यात्रिको के लिये सभी प्राथमिक सुविधाए स्थायी रूप से उपलब्ध करवाई जाए ऐसी मांग संत गण ने बैठक में रखी। जिसके आधार पर यात्रिको की सुविधाओं के केन्द्र में रखकर एक आवेदन तैयार किया गया है जो कलेक्टर को देने का निर्णय बैठक में लिया गया।
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