देवरिया जनपद में बुधवार की रात प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसक घटना को अंजाम दिया गया। देवरिया के मझौली राज कस्बे में विसर्जन जुलूस में डीजे बज रहा था। जुलूस पर अचानक कुछ युवकों ने हमला कर दिया। हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस घटना के बाद हिन्दू पक्ष के लोगों ने विसर्जन रोक दिया और कार्रवाई की मांग की। घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे। घटना में शामिल एक अभियुक्त अंगूर आलम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार, बुधवार की शाम को हिंदू पक्ष के लोग प्रतिमा का विसर्जन करने जा रहे थे। देवरिया शहर के शंकर नगर से निकल कर जुलूस गंडक नदी की ओर जा रहा था। जब जुलूस शाही चौक के पास पहुंचा तभी वहां पर पहले से मौजूद युवकों ने चाकू और फाइटर से हमला कर दिया। हमला करने वाले सुनियोजित तरीके से फाइटर पहन कर आये थे। फाइटर एक प्रकार का दस्ताना होता है।
इसे भी पढ़ें: उर्दू सीखने गई बच्ची को चूमा, गुप्तांग में…, मदरसे के मौलवी को कोर्ट ने सुनाई 12 साल की सजा
इसके आगे वाले हिस्से में एल्युमिनियम के नुकीले नाखुन लगे होते हैं। इस हमले के दौरान भगदड़ की स्थिति बन गई। इस हमले में राजन पटेल और जितेश सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। इन दोनों के अतिरिक्त अन्य लोगों को भी आंशिक रूप से चोट आई। घटना के बाद आस पास के इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। घटना के बाद लोगों ने मूर्ति का विसर्जन करने से इंकार कर दिया। मौके पर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने पहुंचकर लोगों को समझा बुझाकर विसर्जन कराया।
इस मामले में पुलिस ने अभियुक्त अंगूर आलम को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की तलाश की जा रही है। भाजपा के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने एक्स पर पोस्ट किया है कि देवरिया में सलेमपुर के मझौलीराज में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान जुलूस पर अकारण हुआ चरमपंथियों का हमला पूरी तरह अस्वीकार्य है। घायलों की तत्काल मदद के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही चरमपंथियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने को भी कहा गया है। हम सभी पीड़ित परिवारों के साथ हैं।
टिप्पणियाँ