फिरोजाबाद: हाल ही में आयोजित शिव महापुराण कथा में प्रसिद्ध कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्र ने श्रद्धालुओं को एक विशेष संदेश दिया। उन्होंने बेटियों से अपील की कि वे दुर्गा, काली और झांसी की रानी की तरह सशक्त बनें, लेकिन लव जिहाद से बचें। आगे उन्होंने कहा सनातन धर्म को छोड़ने का विचार भी मन में नहीं लाना चाहिए, क्योंकि यह सबसे बड़ा धर्म है।
कथा के दौरान, पं. प्रदीप मिश्र ने श्रद्धालुओं को बताया कि भगवान शिव को अर्पित किया गया एक लोटा जल उनके भविष्य को सुधार सकता है। तीन घंटे तक चली इस कथा के दौरान, भक्त भजनों में झूमते रहे। पं. मिश्र दोपहर करीब 1:20 बजे सिक्स लेन हाईवे के किनारे जरौली पुलिया के पास कथा स्थल पर पहुंचे।
उन्होंने कथा में 24 हजार श्लोकों के महत्व को बताते हुए कहा कि अगर किसी के मन में एक भी शब्द आ जाए, तो उसका जीवन सार्थक हो जाता है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे स्वयं को भगवान शिव से जोड़ें और महसूस करें कि वे कैलाश की धरती पर कथा सुन रहे हैं।
सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश
पं. मिश्र ने यह भी कहा कि जैसे व्यक्ति अपनी सोच और दृष्टि के अनुसार दुनिया को देखता है, उसी तरह अगर किसी के मन में गलत विचार हैं, तो उसे दुनिया भी वैसी ही दिखेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भगवान शिव कभी भांग या नशा नहीं करते; यह बातें केवल सनातन धर्म को बदनाम करने के लिए फैलायी जाती हैं।
बेलपत्र के पौधे का महत्व
कथा के अंत में, उन्होंने बेलपत्र के पौधे की महत्ता पर जोर दिया और कहा कि इस पेड़ का पूजन जीवन भर पुण्य प्रदान करता है। अंत में, आरती की गई जिसमें कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जैसे एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद, सिटी मजिस्ट्रेट राजेंद्र कुमार, और अन्य अधिकारी।
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