आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने केंद्र सरकार के द्वारा दी गई निधियों में हेराफेरी को लेकर राज्य की पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने दो टूक कहा कि हमें इस बात का अंदाजा नहीं है कि पिछले पांच वर्षों के दौरान राज्य का पंचायती राज मंत्री कौन था? किसी को भी ये पता नहीं था कि उस समय के दौरान जारी की गई केंद्रीय निधियों का किस तरह से इस्तेमाल किया गया था। हालांकि, सीएम चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में हम जबावदेही और पारदर्शिता को सुनिश्चित करेंगी।
इसके साथ ही डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने वादा किया कि हम सभी पंचायतों में चलने वाली परियोजनाओं की पूरी डिटेल्स देने के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके साथ ही भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण सोमवार को पल्ले पडुंगा पंचायत वरोत्सवलु कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने राज्य की 13,326 ग्राम पंचायतों में 30,000 विकास कार्यों की शुरुआत की। इन सभी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार ने 4500 करोड़ रुपए का आवंटन किया। इसी दौरान उन्होंने ये बात कही।
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डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारा लक्ष्य लोगों की भलाई, युवाओं के लिए ग्रामीण परिदृश्य और रोजगार का विकास करना है। डिप्टी सीएम चंद्रबाबू नायडू के मजबूत नेतृत्व के कारण प्रदेश के अच्छे दिन आ गए हैं।
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मनरेगा से 8 लाख परिवारों को मिलेगा रोजगार
इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा के तहत सड़क, स्कूल सुरक्षा, खाइयां, उद्यान, छत और स्वच्छता कार्यों सहित प्रमुख परियोजनाओं को प्राथमिकता दी है। पवन कल्याण ने स्पष्ट किया कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए हमारा लक्ष्य 3000 किलोमीटर सीसी सड़कें, 500 बीटी सड़कें और 120 स्कूल और सरकारी और सामाजिक भवनों की छतों को बनाना है।
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