देहरादून: कभी नेपाल और पाकिस्तान के रास्ते आने वाले नकली नोट अब बंगाल के रास्ते देश भर में पहुंच रहे हैं, नैनीताल पुलिस ने एक गिरोह की गिरफ्तारी के बाद ये अंदेशा जताया है कि भारतीय नकली मुद्रा बांग्लादेश में छापी जा रही है और फिर इसे बंगाल के रास्ते भारत में खपाया जा रहा है।
एसएसपी प्रहलाद मीणा ने बताया कि नौ अक्टूबर को लालकुआं थाना क्षेत्र में शिवम वर्मा के पास से नौ हजार के नकली नोट बरामद किए गए थे, जिसके बाद नैनीताल पुलिस और एसओजी टीम ने जांच पड़ताल करके छ अन्य लोगों को गिरफ्तार करके 2लाख 98 हजार रु के जाली नोट और बरामद किए हैं। पुलिस टीम ने शिवम से पूछताछ के बाद आसिफ अंसारी पुत्र इब्राहिम अंसारी बरेली, सैयद मोज्जम पुत्र सैयद इबने अली बरेली, अली मोहम्मद पुत्र मौ राज संजय नगर हाथीखाल लालकुआं, विनोद कुमार पुत्र बिशन राम विकासपुरी खैरानी, संतोष कुमार पुत्र पूरन राम निवासी विकासपुरी खैरानी और विजय टम्टा स्वर. नारायण टम्टा निवासी घोड़ानाला बिंदुखत्ता को गिरफ्तार किया है।
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एसएसपी के अनुसार अभी तक पुलिस इस मामले में पुलिस 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं, जिनके पास से 500 के 614 नकली नोट बरामद हुए हैं जो कुल तीन लाख सात हजार की धनराशि है। पूछताछ में पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मालदा पश्चिम बंगाल जाकर नकली नोट आते थे इसके बाद पूरे ग्रुप द्वारा उत्तराखंड यूपी अन्य राज्यों में यह नोट चलाए जाते थे।
आरोपी शिवम वर्मा द्वारा अज्ञात करंट अकाउंट को भी खंगाला गया है जिसमें लाखों की लेनदेन का मामला भी सामने आया है। वही क्रिप्टोकरंसी का मामला भी सामने आया है फिलहाल पुलिस अभी और इसकी जांच पड़ताल में जुटी है।
एसएसपी ने बताया कि इस मामले में भारत सरकार और बंगाल सरकार से भी जानकारी साझा की गई है।
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