गाजियाबाद। कथित फैक्ट चेकर एवं अल्ट न्यूज के सहसंस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ गाजियाबाद में भीड़ को भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है। शिकायतकर्ता डॉ. उदिता त्यागी ने शिकायत की है कि जुबैर वीडियो में कांट-छांटकर दुष्प्रचार कर रहा है और बार-बार माहौल बिगाड़ने का षडयंत्र रच रहा है। हिन्दूवादी चेहरों को इस्लाम विरोधी होने का झूठा प्रचार भी करता रहा है, जिसकी वजह से कट्टरपंथी उन लोगों की जान के पीछे पड़े हैं और धमकियां दे रहे हैं। जुबैर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हिन्दूवादी संगठनों ने 13 अक्टूबर को महापंचायत बुलाई है।
डासना सिद्ध पीठ के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के कथित बयान को लेकर इन दिनों माहौल गरमा हुआ है। गाजियाबाद, बुलंदशहर, सहारनपुर में प्रदर्शन की आड़ में उपद्रव की घटनाएं भी हो चुकी हैं। हालात भांपते हुए यूपी में सभी जिलों की पुलिस सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट और गलत कमेँटबाजी करने वालों पर सतर्क निगाह रख रही है। खुराफाती और असमाजिक तत्वों पर मुकदमे लिखकर कानूनी शिकंजा भी कसा जा रहा है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष डासना देवी मंदिर से जुड़ीं डा. उदिता त्यागी ने ऐसे ही मामले को लेकर गाजियाबाद के थाना कविनगर में केस दर्ज कराया है। डा. उदिता ने पुलिस को बताया कि अल्ट न्यूज जुड़े मोहम्मद जुबैर ने यति नरसिंहानंद के किसी कार्यक्रम का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर डालकर कट्टरपंथियों को भड़काया। जुबैर पहले भी यति नरसिंहानंद के वीडियो में कांट-छांटकर दुष्प्रचार करता रहा है।
इतना ही नहीं, पूर्व में मोहम्मद जुबैर ने देश के 10 भाजपा नेताओं की सूची बनाकर उन्हें इस्लाम विरोधी बताकर भ्रामक प्रचार किया। इसमें डा. उदिता का नाम भी शामिल था। दुष्प्रचार के बाद से डा.उदिता को कट्टरपंथी धमकियां देने लगे। इस बार मोहम्मद जुबैर ने कट्टरपंथियों को हिंसा के लिए भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी और बार-बार संपादित वीडियो प्रसारित कर लोगों को भड़काने का प्रयास किया। इसकी वजह से भड़की हुई भीड़ ने डासना मंदिर पर हमला किया। उस वक्त उदित त्यागी भी मंदिर में मौजूद थीं। किसी तरह वे लोग सुरक्षित रह पाए।
उदिता ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि मोहम्मद जुबैर लगातार हिन्दुओं के खिलाफ घृणा फैलाता है और कट्टरपंथियों को अपनी पोस्ट के जरिए भड़काता है। नूपुर शर्मा का वीडियो भी काट-छांटकर डाला था, जिसके चलते मासूमों की जान गई। मोहम्मद जुबैर पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाते हुए उसकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की गई है। हिंदू संगठन 13 अक्टूबर को गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर इसे लेकर महापंचायत करने की घोषणा भी कर चुके हैं।
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