बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर हिन्दू समुदाय है। कट्टरपंथी लगातार दुर्गापूजा पंडालों पर हमले कर रहे हैं। बांग्लादेश में 32000 से अधिक दुर्गा पूजा पंडाल हाई जोखिम वाले क्षेत्र बताए जा रहे हैं। इन पंडालों पर कट्टरपंथियों के हमले का खतरा मंडरा रहा है। इसमें भी 15032 पंडालों में बहुत ही अधिक जोखिम है।
हालांकि, बांग्लादेश अंसार और ग्राम रक्षा पार्टी, वीडीवी ने अतिरिक्त सुरक्षा देने की बात कर रहे हैं, लेकिन अंसार मुख्यालय में अंसार के महानिदेशक अब्दुल मोटालेब सज्जाद महमूद ने भी दुर्गा पूजा मंडपों पर कट्टरपंथियों के हमले के खतरे को मारा है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात की भी उम्मीद व्यक्त की कि दुर्गा पूजा शांतिपूर्ण तरीके माहौल में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 6 अक्तूबर से 13 अक्तूबर तक 8 दिनों के लिए पूरे बांग्लादेश में 32000 से अधिक मंडपों में तैनात रहेंगे।
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रिपोर्ट के मुताबिक, डर के माहौल में ही सही, लेकिन हिन्दू दुर्गा पूजा मनाने की कोशिश कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त को आवामी लीग सरकार के पतन के बाद हिन्दू समुदाय के घरों और व्यवसायों पर होने वाले हमले अभी भी नहीं रुक रहे हैं। बांग्लादेश के कुछ इलाकों में दुर्गा पंडालों में तोड़फोड़ किए जाने की खबरें सामने आ रही हैं।
सरकारी एजेंसियों ने सावधानी बरतने की चेतावनी जारी की
इस बीच बांग्लादेश की सरकार और एजेंसियों ने हिन्दू समुदाय को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा है। अंसार के बयान से पहले रैपिड एक्शन बटालियन, बीजीबी या आरएबी ने भी हिन्दुओं को सुरक्षा को लेकर चेताया था। बीजीबी के महानिदेशक, मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुल इस्लाम सिद्दीकी ने शुक्रवार को दुर्गा पूजा के दौरान अशांति या अस्थिरता को लेकर आशंका जताई थी। चटगांव के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हिन्दुओं के दुर्गापूजा पंडालों पर हमले किए जा रहे हैं।
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इससे पहले गुरुवार को समाज कल्याण सलाहकार शर्मिन एस मुर्शीद ने मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि वे पंडालों की सुरक्षा के लिए 84000 स्वयंसेवकों की तैनाती का ऐलान किया था।
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