नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पार्टी युवाओं को ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कांग्रेस नेता तुषार गोयल के ₹5,600 करोड़ के ड्रग्स मामले में संलिप्तता को लेकर कांग्रेस पर सीधा निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि जब मोदी सरकार ‘नशामुक्त भारत’ के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है, तब कांग्रेस के नेता ड्रग्स तस्करी के इस गंभीर अपराध में शामिल हैं।
कांग्रेस पर शाह का तीखा हमला
अमित शाह ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, “यह बहुत खतरनाक और शर्मनाक है कि उत्तर भारत से पकड़ी गई ₹5,600 करोड़ की ड्रग्स की खेप में कांग्रेस के एक प्रमुख व्यक्ति की संलिप्तता सामने आई है। कांग्रेस के शासन के दौरान पंजाब, हरियाणा और पूरे उत्तर भारत के युवाओं का जो हाल हुआ, वह सबने देखा है।” शाह ने आगे कहा, “मोदी सरकार युवाओं को खेल, शिक्षा और इनोवेशन की दिशा में आगे बढ़ा रही है, जबकि कांग्रेस उन्हें ड्रग्स की लत में धकेलने का काम कर रही है।”
एक ओर जहाँ मोदी सरकार ‘नशामुक्त भारत’ के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है, वहीं उत्तर भारत से पकड़ी गई ड्रग्स की ₹5,600 करोड़ की खेप में कांग्रेस के एक प्रमुख व्यक्ति की संलिप्तता बेहद खतरनाक और शर्मनाक है।
कांग्रेस के शासन में ड्रग्स से पंजाब, हरियाणा और समग्र उत्तर भारत…
— Amit Shah (@AmitShah) October 4, 2024
ड्रग्स के खिलाफ मोदी सरकार की सख्त नीति
शाह ने ड्रग्स के खिलाफ मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए कहा कि उनकी सरकार ड्रग्स के कारोबारियों का कद या राजनीतिक पद नहीं देखती, बल्कि उनका पूरा तंत्र खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। शाह ने कहा- “हम नशामुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं और ड्रग्स के इस पूरे जाल को खत्म करने का संकल्प लेकर चल रहे हैं। कांग्रेस नेता तुषार गोयल का यह पाप कभी पूरा नहीं हो सकेगा क्योंकि मोदी सरकार ऐसे किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगी”
पंजाब और उत्तर भारत में ड्रग्स का संकट
अमित शाह ने कांग्रेस के शासनकाल के दौरान पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में ड्रग्स के बढ़ते संकट का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस की नीतियों के चलते ये राज्य ड्रग्स की समस्या से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने इस संकट से निपटने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा को मजबूत करना और ड्रग्स के तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शामिल है।
ड्रग्स कारोबार पर सरकार की सख्ती
₹5,600 करोड़ के इस ड्रग्स केस में अमित शाह का बयान सरकार की गंभीरता को दर्शाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार ड्रग्स के कारोबारियों और तस्करों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगी, चाहे उनका राजनीतिक रसूख कितना भी बड़ा हो। इस केस में कांग्रेस नेता तुषार गोयल की संलिप्तता का मामला पहले ही सुर्खियों में है और अब गृह मंत्री के बयान के बाद इस मामले पर और भी ध्यान दिया जा रहा है।
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