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हिन्दुत्त्वनिष्ठ फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स से ब्लैकमेलिंग का धंधा, मोहम्मद शादाब और महताब गिरफ्तार

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SHIVAM DIXIT

सीतापुर । जनपद सीतापुर की पुलिस ने दो साइबर अपराधियों शादाब अंसारी और महताब अंसारी को गिरफ्तार कर देश के राइट विंग सोशल मीडिया अकाउंट्स को निशाना बनाने वाले एक बड़े साइबर अपराधी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस की इस कार्रवाई में यह खुलासा हुआ है कि ये अपराधी न सिर्फ राइट विंग विचारधारा वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स पर साइबर हमले करते थे, बल्कि फर्जी अकाउंट्स बनाकर असली अकाउंट्स को रिपोर्ट कर बंद करवाते और फिर ब्लैकमेलिंग के जरिए धन उगाही भी करते थे।

रेंडम सेना की शिकायत से खुली पोल

पुलिस को इस साइबर अपराध की जानकारी रेंडम सेना हैंडल द्वारा की गई एक शिकायत से मिली थी। सीतापुर पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस ने मामले की गहन जांच की। जांच में यह पाया गया कि शादाब और महताब कई राइट विंग सोशल मीडिया अकाउंट्स पर योजनाबद्ध तरीके से हमला करते थे। उनका उद्देश्य असली अकाउंट्स को फर्जी तरीके से रिपोर्ट करना और उन्हें ब्लॉक करवाना था, ताकि अकाउंट मालिकों को ब्लैकमेल कर उनसे पैसे ऐंठे जा सकें।

आरोपियों का साइबर हमला करने का पैटर्न

शादाब और महताब ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक संगठित साइबर अपराधी गिरोह का निर्माण किया, जो मुख्य रूप से राइट विंग अकाउंट्स को निशाना बनाता था। इन आरोपियों का तरीका बेहद शातिर था। वे असली अकाउंट्स की नकल कर फेक अकाउंट बनाते और फिर सैकड़ों शिकायतें दर्ज करवा कर असली अकाउंट को सस्पेंड करवाते थे। इसके बाद वे अकाउंट मालिकों से संपर्क कर उन्हें धमकी देते कि अगर वे अपनी अकाउंट्स वापस चाहते हैं, तो उन्हें मोटी रकम चुकानी होगी।

पुलिस द्वारा अब तक की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस गिरोह ने करीब 600 से अधिक राइट विंग सोशल मीडिया अकाउंट्स को निशाना बनाया था। इसके लिए वे ‘सूडो एक्स ककाशी’ नामक फर्जी अकाउंट का इस्तेमाल करते थे। इसके अलावा अन्य साइबर अपराधियों और उनके सहयोगियों की तलाश जारी है, जो इस गैंग के साथ मिलकर अपराध को अंजाम दे रहे थे।

गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश

सीतापुर पुलिस अब इस साइबर अपराधी गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। पुलिस ने इस गिरोह के काम करने के तरीके का खुलासा करते हुए बताया कि शादाब और महताब के साथ और भी लोग जुड़े हुए थे, जो वास्तविक अकाउंट्स को रिपोर्ट करने में उनका सहयोग करते थे। इन अपराधियों का मुख्य लक्ष्य राइट विंग विचारधारा से जुड़े लोग होते थे, जिनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर वे साइबर हमला कर उन्हें बंद करवाने का काम करते थे।

साइबर अपराध पर पुलिस का सख्त रुख

सीतापुर पुलिस की इस कार्रवाई ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया है। पुलिस का कहना है कि वे इस गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़ने के लिए तत्पर हैं और साइबर सुरक्षा के प्रति सजग हैं। पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने कहा, “हमारे पास पुख्ता सबूत हैं कि ये अपराधी सैकड़ों राइट विंग सोशल मीडिया अकाउंट्स को निशाना बना चुके थे और धन उगाही कर रहे थे। हम ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।”

साइबर अपराध की बढ़ती चुनौतियाँ

देश में साइबर अपराध की घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रही हैं, और ऐसे में पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई महत्वपूर्ण है। राइट विंग सोशल मीडिया अकाउंट्स को निशाना बनाने वाले इस गिरोह के पकड़े जाने से यह साफ हो गया है कि साइबर अपराधी न सिर्फ व्यक्तिगत अकाउंट्स को, बल्कि संगठनों और विचारधाराओं को भी निशाना बना रहे हैं। पुलिस अब इस मामले में गहराई से जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

शादाब और महताब की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि इस्लामिक चरमपंथी साइबर अपराधी किस प्रकार संगठित रूप से सोशल मीडिया अकाउंट्स को निशाना बना रहे हैं और उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। पुलिस की इस सफलता ने साइबर सुरक्षा के प्रति गंभीरता और सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया है। ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कानून और सुरक्षा एजेंसियों को और अधिक मुस्तैदी से काम करना होगा।

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