पश्चिम बंगाल

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा ऐलान: पश्चिम बंगाल में रेलवे के लिए 60,000 करोड़ रुपये का सुनहरा अवसर

Published by
Parul

नई दिल्ली रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि पश्चिम बंगाल में रेलवे द्वारा 60,000 करोड़ रुपये के निवेश के अवसर हैं। उन्होंने सियालदह स्टेशन पर कई रेलवे परियोजनाओं और ट्रेन सेवाओं के उद्घाटन के दौरान यह जानकारी दी।

वैष्णव ने बताया कि राज्य में 61 परियोजनाएँ लंबित हैं। जिनका कार्य भूमि हस्तांतरण की समस्याओं के कारण रुका हुआ है। वैष्णव ने जोर देकर कहा कि इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए टीएमसी सरकार को राजनिति से ऊपर उठने की जरुरत है। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में रेलवे द्वारा 60,000 करोड़ रुपये का निवेश संभव है। लेकिन यह तभी हो पाएगा जब राज्य सरकार सहयोग करेगी।”

मेट्रो परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि 26 किलोमीटर की मेट्रो परियोजना ज़मीन के मुद्दों की वजह से रुकी हुई है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड में आयोजित कार्यक्रम में भी वैष्णव ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, “विकास समय की मांग है, और रेलवे परियोजनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

ये भी पढ़े- सेना का हिमालयन मोटरसाइकिल अभियान : सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की अनूठी पहल

कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले पर की टिप्पणी
आर जी कर अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले पर भी वैष्णव ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “पूजा का मौसम शुरू हो गया है और हम अपनी बेटी, अपनी बहन के लिए न्याय की प्रार्थना कर रहे हैं।

ये भी पढ़े- ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत की ऐतिहासिक जीत : बांग्लादेश का सूपड़ा साफ कर बनाया बड़ा रिकॉर्ड

मेट्रो नेटवर्क का हुआ है विस्तार
वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत विकास की उपलब्धियों को भी जनता के सामने रखा। विशेष रूप से कोलकाता में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार का उल्लेख करते हुए जो 2014 में 28 किलोमीटर से बढ़कर 38 किलोमीटर हो गया है। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल में रेलवे विकास के लिए बजट भी तीन गुना बढ़कर 13,941 करोड़ रुपये हो गया है।

रेलवे दुर्घटनाओं में आई कमी
रेलवे दुर्घटनाओं को लेकर चिंताओं का जिक्र करते हुए वैष्णव ने सुरक्षा उपायों में महत्वपूर्ण प्रगति का उल्लेख किया। वैष्णव ने बताया कि ‘कवच 4.2’ प्रणाली से रेलवे सुरक्षा में बड़ा सुधार हुआ है। 2,000 किमी रेलवे ट्रैक और 900 लोकोमोटिव को कवर करता है। उन्होंने बताया कि पिछले दस वर्षों में दुर्घटनाओं की संख्या भी घटकर 171 से 40 हो गई है।

ये भी पढ़े-  जयशंकर का कड़ा संदेश : ‘भारत के मामलों में दखल बर्दाश्त नहीं’

Share
Leave a Comment