महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में लव जिहाद के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने राज्य में एक लाख से अधिक शिकायतों के आधार पर ‘लव जिहाद’ की साजिश का पर्दाफाश होने का दावा किया। यह बयान उन्होंने कोल्हापुर शहर में एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करते हुए दिया, जहां उन्होंने उन मामलों पर प्रकाश डाला, जिनमें महिलाओं को धोखे से अंतर-धार्मिक विवाह के लिए मजबूर किया गया और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
लव जिहाद के पीछे साजिश
फडणवीस ने अपने संबोधन में कहा कि लव जिहाद के मामलों में पुरुष फर्जी पहचान के आधार पर हिंदू महिलाओं को फंसाकर उनसे विवाह करने का झांसा देते हैं। इस झांसे में फंसी महिलाएं जब बच्चों को जन्म देती हैं, तब उन्हें छोड़ दिया जाता है। उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि यह कोई साधारण घटना नहीं है, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है, जो बड़े पैमाने पर समाज के एक हिस्से को निशाना बना रही है। उनका कहना था कि पिछले एक दशक में इस तरह के मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, और अब तक एक लाख से अधिक शिकायतें इस संदर्भ में प्राप्त हुई हैं।
लव जिहाद और वोट जिहाद
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने भाषण में न केवल लव जिहाद, बल्कि ‘वोट जिहाद’ का भी जिक्र किया। फडणवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अंतर-धार्मिक विवाहों के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब विवाह प्रेम और सहमति से होता है, तो उसमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन जब इसे धोखे और साजिश के तहत अंजाम दिया जाता है, तो इसे लव जिहाद कहा जाता है। उनके अनुसार, यह महिलाओं को धोखा देने और उनका जीवन बर्बाद करने का एक तरीका है, जो न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है, बल्कि समाज में भी विभाजन और तनाव का कारण बनता है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
फडणवीस के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस ने फडणवीस पर संवैधानिक शपथ का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए उनसे माफी की मांग की है।
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