मालकानगिरि जिले के मोटु इलाके में गैरकानूनी तरीके से लगभग 100 एकड़ जंगल की जमीन पर कब्जा कर इस्लाम नगर बनाये जाने के मामले में मोहम्मद मासूम खान का नाम सामने आ रहा है । बताया जा रहा है कि मोहम्मद मासूम खान ने तत्कालीन बीजद सरकार के खुले संरक्षण व प्रोत्साहन में गैरकानूनी तरीके से विशाल साम्राज्य खड़ा किया है। बीजू जनता दल के साथ मासूम खान की सांठगांठ होने संबंधी आरोप भी अब लग रहे हैं। इधर मामला उछलने के बाद मालकानगिरि विभाग के वन विभाग ने भी इसकी जांच के आदेश दे दिये हैं ।
मासूम खान के बीजू जनता दल के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व सांसद प्रदीप माझी के साथ गहरे संबंध बताये जा रहे हैं । वह बीजू जनता दल के सभी राजनीतिक कार्यक्रमों में बढ़कर हिस्सा लेता रहा है। उसके बीजद के कार्यक्रमों में शामिल होने के फोटो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। पूर्व सांसद प्रदीप माझी के साथ फोटो भी सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहे हैं। हालांकि इस बारे में प्रदीप माझी ने अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
मालकानगिरि के स्थानीय भाजपा नेताओं का कहना है कि राजनीतिक छत्रछाया के बिना सौ एकड़ की जंगल जमीन पर कब्जा करना, वहां से पेड़ों को काट कर साफ करना, विशाल अट्टालिकाओं का निर्माण करना कतई संभव नहीं है । केवल इतना ही नहीं महात्मा गांधी नरेगा योजना में उस स्थान तक सड़क का निर्माण होना, कृषि व मत्स्य विभाग के पैसे से बड़े जलाशय निर्माण करना, बिजली विभाग द्वारा बड़े ट्रान्सफार्मर की स्थापना करना आदि असंभव है। बीजू जनता दल के विशेषकर पूर्व सांसद प्रदीप माझी के पूरे संरक्षण व प्रोत्साहन में इतना बड़ा गैरकानूनी कार्य किया है । राजनीतिक कारणों से प्रशासन ने भी इस मामले में आंखें मूंदे रखीं। अब जब सरकार बदल चुकी है हम चाहते है कि मोहन माझी की सरकार इस मामले में उच्च स्तरीय जांच करे तथा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनिल बिश्वाल ने पाञ्चजन्य से इस बारे में बातचीत करते हुए कहा कि यह पूरा मामला लैंड जिहाद का है। भाजपा की उत्तराखंड व असम सरकार लैंड जिहाद को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी हैं तथा कठोर कार्रवाई कर रही हैं । ओडिशा सरकार भी यही नीति रहेगी जो उत्तराखंड व असम के भाजपा सरकारों की है। उन्होंने कहा कि पूरी तरह से जनजातीय इलाके में गैर कानूनी तरीके से जंगल जमीन पर कब्जा कर इस्लाम नगर बना कर आने वाले दिनों के लिए दीर्घकालिक योजना पर काम किया जा रहा था । जनजातीय लोगों के हितों के साथ कुठाराघात होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी तरह इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जनजातीय हितों की बात करने वाले बीजद व कांग्रेस वास्तव में कैसे जनजातीय विरोधी हैं ।
मालकानगिरि वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में शिकायत मिलने के बाद स्थानीय रेंजर को अवगत करा दिया है तथा उन्हें इस संबंध में जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है । स्थानीय रेजर से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी ।
उल्लेखनीय है कि मालकानगिरी जिले में हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई थी , जहां मोटू क्षेत्र में लगभग 100 एकड़ वन भूमि पर कथित तौर पर अतिक्रमण किया गया है। यह अतिक्रमित भूमि पर इस्लाम नगर बनाया गया है। यह घटना पिछली बीजद सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई थी। इस्लाम नगर को राष्ट्रीय राजमार्ग 326 से मात्र 2-3 किमी दूर वन भूमि पर बसाया गया है, जो सबरी नदी के किनारे घने जंगलों से घिरा हुआ है।
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