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अंतरिक्ष में ‘फंसीं’ सुनीता विलियम्स: वापसी में देरी क्यों?

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Parul

स्पेस एक्स क्रू-9 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंचे नए अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत हो चुका है। लेकिन, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी अभी नहीं होगी। आखिर वापसी को फरवरी 2025 तक के लिए क्यों टाला जा रहा है? इसके पीछे क्या कारण हैं, आइए विस्तार से जानते हैं।

क्रू रोटेशन का महत्व

ISS पर क्रू रोटेशन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। नासा ने इसे बहुत सावधानी से प्लान किया है। विलियम्स और विल्मोर की तत्काल वापसी इस रोटेशन को प्रभावित कर सकती है। इससे ISS के कार्यक्रम पर असर पड़ सकता है और वहां स्टाफ की कमी हो सकती है।

मिशन में बाधा

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर वर्तमान में ISS पर कई वैज्ञानिक प्रयोगों और शोध परियोजनाओं में शामिल हैं। उनका अनुभव और विशेषज्ञता इन कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है। उनकी अचानक वापसी से इन मिशनों में बाधा आ सकती है।

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वापसी की तैयारी

अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लौटने से पहले अंतरिक्ष यात्रियों को कई तैयारियां करनी पड़ती हैं। उन्हें अपने शरीर को पृथ्वी के वातावरण के लिए तैयार करना होता है। यह प्रक्रिया समय लेती है और इसे जल्दबाजी में नहीं किया जा सकता। नासा ने कहा है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी नासा की प्राथमिकता है। अंतरिक्ष मिशन अप्रत्याशित हो सकते हैं, इसलिए नासा पूरी योजना के साथ इस कार्य को अंजाम देना चाहता है। सुनीता विलियम्स वर्तमान में ISS की कमान संभाल रही हैं। उनकी अनुभवी नेतृत्व क्षमता मिशन के लिए महत्वपूर्ण है। वे और विल्मोर कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं, जिन्हें पूरा करना आवश्यक है।

 

 

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