छत्तीसगढ़

लाल आतंक को बड़ा झटका : सुरक्षाबलों का सफल ऑपरेशन, हाई रैंक के नक्सली ढेर

मारे गए नक्सलियों के पास से एके-47, इंसास, एसएलआर जैसे घातक हथियार बरामद, 2024 में अबतक 157 नक्सली ढेर, 663 गिरफ्तार और 656 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

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SHIVAM DIXIT

नारायणपुर । छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को मार गिराया गया है। मारे गए नक्सलियों में डीकेएसजेसी (दंडकारण्य स्पेशल ज़ोनल कमेटी) रैंक का शीर्ष नक्सली रूपेश और डीवीसीएम (डिवीजनल कमेटी मेंबर) रैंक का नक्सली जगदीश शामिल हैं। एक महिला नक्सली भी इस मुठभेड़ में मारी गई है, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान में सुरक्षाबलों ने एके-47, इंसास, एसएलआर और 12 बोर बंदूक सहित कई हथियार बरामद किए हैं।

कांकेर के पुलिस उपमहानिरीक्षक केएल ध्रुव के अनुसार, सर्च ऑपरेशन के दौरान सोमवार से मंगलवार शाम तक कई बार पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि मारे गए नक्सलियों में रूपेश, जो डीकेएसजेसी के पश्चिमी सब जोन का शीर्ष नक्सली था, महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिले में सक्रिय था और कंपनी नंबर 10 का प्रभारी भी था। इस पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था। दूसरा मारा गया नक्सली, जगदीश, मध्य प्रदेश के बालाघाट का निवासी था और डीवीसीएम रैंक का नक्सली था, जिसके ऊपर 16 लाख रुपये का इनाम था।

नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मिलने पर सर्चिंग अभियान चलाया गया था, जिसमें अब तक दो पुरुष और एक महिला नक्सली के शव बरामद हुए हैं। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. के मुताबिक, माओवादी संगठन के खिलाफ वर्ष 2024 में चलाए गए नक्सल विरोधी अभियानों में अब तक कुल 157 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, 663 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, और 656 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। यह अभियान स्थानीय पुलिस, डीआरजी और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के बेहतर तालमेल और रणनीति का परिणाम है।

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