इजरायल और हिजबुल्लाह के मध्य जारी युद्ध के बीच आईडीएफ ने बेरुत में आतंकवादी समूह के गढ़ को निशाना बनाकर किए गए हमले में हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर समेत 10 अन्य कमांडरों को ढेर कर दिया।
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रिपोर्ट के मुताबिक, आईडीएफ ने कहा कि उसके द्वारा की गई एयरस्ट्राइक के एकमात्र लक्ष्य इब्राहिम अकील था, जो कि हिजबुल्लाह के सैन्य अभियानों का प्रमुख था। इब्राहिम अकील हिजबुल्लाह के एलीट राडवान फोर्स का एक्टिंग कमांडर था। ये अकील ही था जो कि गलील पर आक्रमण करने के लिए एक योजनाबद्ध अभियान की देखरेख कर रहा था। जुलाई में बेरुत में एक हमले में फुआद शुक्र की हत्या के बाद अकील हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य निकाय जिहाद परिषद का सबसे सीनियर सैन्य सदस्य था।
इस बीच आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने भी एक बयान जारी कर अकील की मौत की पुष्टि की है। हिजबुल्लाह ने आतंकी अकील को अपने संगठन का सबसे महान योद्धा करार दिया है। इस्लामिक आतंकी संगठन ने एक बयान में कहा कि वह येरुशलम के रास्ते पर मारा गया है। हिजबुल्लाह ने अकील को ‘महान जिहादी नेता’ करार दिया। संगठन ने कहा कि जिहाद, काम, घाव, बलिदान, खतरों चुनौतियों, उपलब्धियों और जीत से भरे एक धन्य जीवन के बाद अपने भाइयों, महान नेताओं के जुलूस में शामिल हो गया है।
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अमेरिका ने भी किया था वांटेड घोषित
हिजबुल्लाह का कमांडर अकील वर्ष 1983 में लेबनान में अमेरिकी दूतावास और बेरुत में अमेरिकी मरीन बैरकों पर बमबारी में शामिल था, जिसके बाद उसे अमेरिका ने वांटेड घोषित कर दिया था। वहीं प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दो टूक कहा, “हमारे लक्ष्य स्पष्ट हैं, हमारे कार्य खुद बोलते हैं।” अकील को निशाना बनाकर किए गए हमले से पहले और बाद में हिजबुल्लाह ने शुक्रवार को उत्तरी गैलिली और गोलान हाईट्स पर करीब 200 रॉकेट दागे गए। हालांकि, बमबारी के बाद किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली।
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