नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को घोषणा की कि केंद्र सरकार ने मणिपुर में स्थाई शांति बहाल करने के लिए एक विस्तृत रोड मैप तैयार कर लिया है। उन्होंने यह आशा जताई कि जल्द ही राज्य में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी। यह बयान केंद्र में भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान आया।
गृहमंत्री शाह ने बताया कि मोदी सरकार के पिछले तीन महीने के कार्यकाल में मणिपुर में शांति का माहौल बना रहा है, हालांकि हाल के दिनों में कुछ घटनाएं हुई हैं। उन्होंने इन घटनाओं का मुख्य कारण भारत-म्यांमार सीमा को बताया और कहा कि सीमा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए फेंसिंग का काम तेजी से जारी है। उन्होंने कहा, “100 दिनों में हमने 30 किलोमीटर की फेंसिंग पूरी कर ली है, और पूर्वोत्तर की 1500 किलोमीटर लंबी सीमा पर फेंसिंग के लिए बजट भी आवंटित कर दिया गया है।”
गृहमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि म्यांमार के साथ आवाजाही के पुराने समझौते को एकतरफा रद्द कर दिया गया है, और अब केवल वीजा के आधार पर ही लोगों को सीमा पार करने की अनुमति दी जाएगी।
मणिपुर में जारी हिंसा के संदर्भ में शाह ने कहा कि यह नस्लीय हिंसा है और सरकार इस समस्या के समाधान के लिए कुकी और मैतई समुदायों के साथ बातचीत कर रही है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की रणनीतिक तैनाती राज्य में पूरी कर दी गई है ताकि शांति और व्यवस्था को बहाल किया जा सके।
इसके अलावा, राज्य के लोगों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों की मदद से दुकानों तक जरूरी सामान पहुंचाने का भी काम किया जा रहा है।
गृहमंत्री ने विश्वास जताया कि मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए उठाए गए ये कदम प्रभावी साबित होंगे और राज्य में स्थिरता लौटेगी।
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