नई दिल्ली । केरल के मलप्पुरम जिले में निपाह वायरस का संक्रमण फिर से सामने आया है। 24 वर्षीय छात्र की निपाह वायरस से मौत के बाद राज्य में तुरंत अलर्ट जारी कर दिया गया है। राज्य सरकार ने संक्रमण की रोकथाम के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) से मदद मांगी है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार को जानकारी दी कि मलप्पुरम के एक छात्र की मौत निपाह वायरस के संक्रमण के चलते हुई है। मृतक के संपर्क में आए 175 लोगों की पहचान की गई है, जिनमें से 26 लोगों को उच्च जोखिम की श्रेणी में रखा गया है। इनमें से 13 लोगों को उनके घरों में निगरानी में रखा गया है।
राज्य सरकार ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं। कुछ क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है और नागरिकों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का पालन करने और भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहने की अपील की गई है। इसके अलावा, स्कूल, कॉलेज, ट्यूशन सेंटर, मदरसे, आंगनवाड़ी और सिनेमाघरों को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
क्या हैं निपाह वायरस के लक्षण
निपाह वायरस मुख्य रूप से चमगादड़ों के माध्यम से फैलता है। संक्रमित चमगादड़ों के मल, मूत्र या लार के संपर्क में आने से इंसानों में यह संक्रमण हो सकता है। इसके प्रमुख लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, उल्टी, दस्त, सांस लेने में दिक्कत, मानसिक स्थिति में बदलाव और भ्रम शामिल हैं। संक्रमण बढ़ने पर यह घातक साबित हो सकता है।
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